कश्मीर में गठबंधन टूटा: अब सेना के निशाने पर होंगे ये मोस्ट वॉन्टेड आतंकी

 

जम्मू कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूट गया है. इसी के साथ अब महबूबा सरकार भी गिर गई है. इस गठबंधन के टूटने की सबसे बड़ी वजह सीजफायर और घाटी में बढ़ती आतंकी गतिविधियों को माना जा रहा है.

मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में सेना को आतंकियों के खिलाफ फिर से ऑपरेशन शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं. आपको बता दें कि रमजान के महीने में केंद्र सरकार ने एकतरफा सीजफायर की घोषणा की थी. जिसे ईद के अगले ही दिन खत्म कर दिया गया. सीजफायर खत्म करने के एक दिन बाद सुरक्षाबलों ने बांदीपोरा में दो आतंकियों को मार गिराया था.

 

 

लेकिन सेना के सामने आतंकियों से निपटने की चुनौती अभी भी खत्म नहीं हुई है. लश्कर और हिजबुल जैसे आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैला रहे हैं.

पिछले साल कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा कमांडर बाशिर अहमद वानी, अबु दुजाना, अबु इस्माइल, हिजबुल कमांडर सबजर भट और जैश-ए-मोहम्मद के खालिद को सेना ने मार गिराया गया था. लेकिन अभी भी ऐसे कई आतंकी हैं, जो कश्मीर और देश के लिए खतरा बने हुए हैं.

 

जानें कौन हैं वो लोग जो मौजूदा समय में कश्मीर में हैं मोस्ट वॉन्टेड…

 

अलकायदा का जाकिर मूसा-

लिस्ट में अलकायदा का आतंकी टॉप पर है. हिजबुल से अलग होने के बाद मूसा ने अल-कायदा का कश्मीर चैप्टर (अलकायदा के अंसार गजवात-उल-हिन्द) शुरू किया था. मूसा कश्मीर में युवाओं को अपनी गिरफ्त में लेने के लिए कश्मीर और अन्य इलाकों में इस्लामिक खिलाफत का प्रोपैगैंडा फैला रहा है और इसी के चलते सुरक्षाबलों की मोस्ट वॉन्टेड सूची में टॉप पर है.

 

हिजबुल मुजाहिदीन का रियाज नाइकू-

कश्मीर में हिजबुल का चीफ नाइकू A++ कैटगरी का आतंकी है. 29 साल का नाइकू हिजबुल का सबसे अनुभवी कमांडर है. बताया जाता है कि ये तकनीकि रूप (टेक सेवी) से बेहद मजबूत है. इस पर पुलिसकर्मी समेत कई लोगों की हत्या करने के मामले दर्ज हैं.

 

जीनत-उल-इस्लाम-

इन दोनों के बाद जीनत-उल-इस्लाम का नाम आता है जो बीते साल अबु इस्माइल के मारे जाने के बाद से लश्कर की कमान संभाल रहा है. जीनत उल इस्माल शोपियां के सुजान जानीपुरा का रहने वाला है. 28 साल के जीनत को फरवरी में शोपियां में हुए हमले में प्रमुख आरोपी माना जा रहा है. इस हमले में तीन 3 जवान मारे गए थे. IED एक्सपर्ट माना जाने वाला जीनत-उल-इस्लाम पहले अल-बदर आतंकी संगठन में काम करता था. साल 2008 में वह एक बार गिरफ्तार हुआ था जिसमें उसने कबूल किया था कि वो ओवर ग्राउंड वर्कर रहा है. साल 2012 में उसे रिहा कर दिया गया.

 

नवीद जट्ट-

मूसा, नाइकू और जीनत के बाद नंबर आता है नवीद जट्ट का. लश्कर-ए-तैयबा के इस आतंकी को ‘अबु हंजला’ के नाम से भी जाना जाता है. इस साल की शुरूआत में वह श्रीनगर के एक सरकारी अस्पताल से भागने में कामयाब हो गया था. नवीद और अन्य पांच आतंकियों को चेकअप के लिए अस्पताल लाया गया था, जहां कुछ आतंकियों ने अचानक हमला किया और नवीद को लेकर भाग निकले थे. इस हमले में पुलिस के दो जवान शहीद हुए थे. हाल ही में मारे गए पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के मामले में भी नवीद का नाम सामने आ रहा है. माना जाता है कि नवीद पाकिस्तान के मुल्तान का रहने वाला है और साल 2014 में गिरफ्तार किया गया था.