ग्लोबल पार्टनरशिप को आगे बढ़ाने में UP का अहम योगदान, आगामी दो वर्षों में USA में निर्यात 3 गुना बढ़ाकर 60 हजार करोड़ करने का लक्ष्य

उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह (Sidharth Nath Singh) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ग्लोबल पार्टनरशिप तेजी से आगे बढ़ रही है. देश का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण उत्तर प्रदेश का भी इसमें अहम योगदान है. उन्होंने कहा कि अमेरिका एवं उत्तर प्रदेश के मध्य व्यापारिक रिश्तों को मजूबत करने के लिए स्ट्रेटजिक पार्टनर के रूप में कार्य किया जायेगा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में राजनीतिक स्थिरता है और निवेशक बिना किसी झिझक के यहां निवेश कर सकते हैं. सरकार निवेशकों को हर संभव सुविधाएं उपलब्ध करायेगी. सिद्धार्थ नाथ सिंह आज अपने आवास पर अमेरिकन चैम्बर्स ऑफ कामर्स (American chamber of Commerce) के इण्डिया चैप्टर द्वारा आयोजित 29वें एजीएम कार्यक्रम को वर्चुअल सम्बोधित कर रहे थे, इसी दौरान ही उन्होंने ये बातें कहीं.


सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में उत्तर प्रदेश से यूएसए में 20 हजार करोड़ रुपये मूल्य के उत्पादों का निर्यात हुआ है. आगामी दो वर्षों में इसे तीन गुना बढ़ाकर 60 हजार करोड़ करने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि यूपी में पीडब्ल्यूसी के साथ मिलकर ग्लोबल सप्लाई चेन के लिए रिपोर्ट तैयार कराई गई है. इसमें एक चैप्टर यूएसए के लिए तैयार कराया गया है. उन्होंने साफ्ट इन्टरवेशन के जरिए फूड प्रोसेसिंग, लेदर, एग्रो बेस्ड प्रोडक्ट तथा पारंपरिक उत्पादों आदि का निर्यात बढ़ाने पर विशेष बल दिया गया है. इसी प्रकार हार्ड इन्टरवेशन के तहत यूएसए की कंपनियों को यूपी में एयरोस्पेश में निवेश कराने, टेक्नॉलाजी उपलब्ध कराने तथा एन्सेलरी यूनिट स्थापना को प्रमुखता दी जा रही है.


अपर मुख्य सचिव, एमएसएमई डा0 नवनीत सहगल (Dr Navneet Sehgal) ने प्रेजन्टेशन के जरिए उद्यमियों को निवेश की संभावनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 240 मिलियन है. जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता राज्य है. इसके अतिक्ति देश में ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में भी दूसरे स्थान पर है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और देश में चौथा सबसे बड़ा निर्यातक राज्य है. इसके साथ ही देश की राजधानी से डेढ़ घण्टे की दूरी पर ही जेवर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बन रहा है. उन्होंने कहा कि आवागमन की सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए अन्य विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय एअरपोर्ट, 1000 मील के 8 लेन वाले पांच एक्सप्रेस-वे और 10 हजार मील से अधिक रेलवे नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है. विदेशियों के लिए पर्यटन की दृष्टि से अब यूपी देश में तीसरे स्थान पर है.


अपर मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को शिखर पर ले जाने के लिए 75 विश्वविद्यालय, 4000 से अधिक कॉलेज, आईआईटी कानपुर जैसे विश्वस्तरीय संस्थान स्थापित हैं. उन्होंने कहा कि देश की रक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रदेश में डिफेंस कारीडोर की स्थापना कराई जा रही है. इसके लिए 5000 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जा चुकी है. राज्य सरकार ने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र की 66 कंपनियों के साथ 50 हजार करोड़ का एमओयू भी किया गया है.


वाइस प्रेसिडेंट एण्ड चीफ एक्जिक्यूटिव लॉकहेड मार्टिन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, विलयम ब्लेयर ने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर डिफेंस क्षेत्र में कार्य शुरू किया गया है, इसको और आगे बढ़ाया जायेगा. उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनकी कंपनी उत्तर प्रदेश में डिफेंस इंडस्ट्री के लिए मजबूत पार्टनर के रूप में कार्य करेगी. डेल टेक्नॉलाजी की सीनियर एडवाइजर डायना फिलिप ने कहा कि उनकी कंपनी उत्तर प्रदेश को विभिन्न क्षेत्रों के लिए उच्च तकनीक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है.


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