Gmail में क्या होता है CC और BCC का मतलब?, कब और कैसे किया जाता है इनका यूज ?

टेक्नोलॉजी: आज कल के इस डिजिटल युग में हम सभी जीमेल का इस्तेमाल करते हैं। पर, आज भी जीमेल की कई ऐसी बातें हैं, जिनके बारे में लोग कन्फ्यूज रहते हैं। जी हां दरअसल, हम बात कर रहे हैं To, CC और BCC की, कई लोग आज तक ये समझ नहीं पाए हैं कि इन दोनों में क्या फर्क है। इसी के चलते हम आपको बता रहे हैं कि इसमें क्या फर्क है। इसी के साथ हम आपको ये भी बताएंगे कि किसका इस्तेमाल कब करना चाहिए।


जानकारी के मुताबिक, ईमेल में CC फील्ड एक सेंडर को किसी ईमेल की कार्बन कॉपी भेजने की अनुमति देता है। इसमें आप To फील्ड वाले व्यक्ति को मेल भेजने के अलावा किसी और को CC के जरिए मेल में लूप में रख सकते हैं। उदाहरण के लिए आप ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आप किसी क्लाइंट को कोई प्रोजेक्ट से जुड़ा मेल कर रहे हैं और आप चाहते हैं कि आपके मैनेजर को इसके बारे में जानकारी रहे तो आप CC फील्ड का इस्तेमाल कर उन्हें मेल कर सकते हैं. इसमें To में आपको क्लाइंट का ईमेल एड्रेस और CC में अपने मैनेजर का एड्रेस डालना होगा।


Bcc का फुल फॉर्म है Blind Carbon Copy

Bcc, To और Cc से बिल्कुल अलग है। To और Cc वाले इंसान एक दूसरे की ईमेल आई़डी देख सकते हैं। अगर आप Email भेजने के लिए Bcc का इस्तेमाल करते हैं तो Bcc दोनों (To and Cc) से गुप्त रहेगा। अगर हम एक ही E-mail 3 लोगों को भेजें, एक को To में Add करें और दूसरे इंसान को Cc में Add करें और तीसरे इंसान को Bcc में Add करें तो To and Cc एक दूसरे की ईमेल ID देख सकते हैं कि मेरे अलावा किस-किस Person को यह Email भेजी गई है। लेकिन Bcc वाला इंसान न तो To वाले को दिखाई देगा और न ही Cc वाले को दिखाई देगा, यानी कि दोनों से गुप्त रहेगा।


कब करें बीसीसी का इस्तेमाल

BCC फील्ड CC से पूरी तरह से अलग है। BCC फील्ड में रजिस्टर किए गए ईमेल एड्रेस प्राइवेट और हिडेन होते हैं। अगर आपको ज्यादा लोगों को ईमेल भेजना है और चाहते हैं कि किसी को दूसरे व्यक्ति का ईमेल एड्रेस न पता चले तो आप BCC फील्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप किसी को लूप में रखना चाहते हैं और चाहते हैं कि ओरिजिनल ईमेल प्राप्त करने वाले व्यक्ति के बारे में न पता चले तब भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा BCC और CC लिस्ट में एक और फर्क होता है, CC में लिस्ट को रिप्लाई का भी पता चलता रहता है लेकिन Bcc लिस्ट में reply छिप जाता है।


Email में CC का कब इस्तेमाल करना चाहिए ?

टेक्नीकल तौर पर देखें तो Email में CC और To एक ही तरह काम करता है। ऐसे में इसमें कोई अंतर नहीं होता है चाहे आप ईमेल एड्रेस को To फील्ड में डालें या CC फील्ड में, दोनों में ईमेल पाने वाले व्यक्ति एक दूसरे का ईमेल एड्रेस देख सकते हैं। लेकिन अगर बात एटिकेट की करें तो To फील्ड में उन लोगों को रखा जाता है जिसे डायरेक्टली मेल भेजा जा रहा हो, वहीं CC में उन लोगों को रखा जाता है जिसे लूप में रखा जा रहा हो जिससे उसे इस मेल के बारे में जानकारी हो।


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