कोरोना पर मौलाना तौकीर रजा का बेतुका बयान, बोले- बंटवारे की मंशा से की गई सोशल डिस्टेंसिंग, कंधे से कंधा मिलाकर पढ़ना चाहिए नमाज

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा (Maulana Tauqir Raza) का कोरोना वायरस पर बेतुका बयान पर सामने आया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना का सहारा लेकर सामाजिक दूरी का प्रचार किया गया। असल में सामाजिक दूरे से कोरोना नहीं रुक रहा। जो लोग समाज में समूह में रहते हैं, उन्हें कोरोना नहीं हुआ। समाजिक दूरी को बनाए रखने की बात उन लोगों ने की जो समाज में बंटवारा चाहते हैं, एक-दूसरे से लोगों को दूर रखना चाहते हैं।


मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि हमारा मजहब हमें ये सिखाता है कि कंधे से कंधा मिलाकर हमें नमाज पढ़नी चाहिए। कोरोना कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है। मैं कोरोना के मरीजों के पास भी गया हूं, उनको छुआ भी है, जो लोग कोरोना से मरे हैं, उनके अंतिम संस्कार में भी गया हूं। ऐसी महामारी बेइमानी, जुर्म और जातीय नफरतों की वजह और ताकत का गलत इस्तेमाल करने वालों की वजह से ऐसी बीमारियां फैलती हैं।


Also Read: Corona को लेकर केरल और महाराष्ट्र ने फिर बढ़ाई टेंशन, सामने आए सबसे ज्यादा केस


मौलाना तौकीर रजा यहीं नहीं रुके। उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 से पहले दंगे होते थे। बीजेपी और आरएसएस वाले गली-मोहल्ले और सड़कों पर बम फोड़ते थे। दंगे करवाते थे और आरोप मुसलमानों पर लगाते थे। तौकीर रजा ने कहा कि बीजेपी ने तो हम पर दंगे का आरोप लगाया, लेकिन कांग्रेस ने तो हमे आतंकवादी बनाया।


मौलाना ने आगे कहा कि आने वाले चुनाव में वो उस पार्टी को ही सपोर्ट करेंगे जो दंगा आयोग बनाने का वादा करेगा। दंगा आयोग इसलिए जरूरी है क्योंकि कल जब ये लोग हुकूमत में नहीं रहेंगे तो यही लोग दंगा करेंगे। दंगा आयोग इसलिए जरूरी है, वरना पुलिस जिसे चाहती है दंगाई बना देती है। इसलिए दंगा आयोग बने और पारदर्शिता से जांच हो और जो असल दंगाई है, वो बेनकाब हो सके।


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )