Covishield Vaccine को भारत में मिली हरी झंडी, जानिए क्या होगी कीमत और कबसे लगेगा टीका

नए साल के पहले दिन भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी आयी है. भारत में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को अनुमति दे दी गई है. Covishield Vaccine को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. भारत में 6 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में बनने वाली कोविशील्ड वैक्सीन को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की एक्सपर्ट कमेटी ने मंजूरी दे दी है. हालांकि, अभी कोविशील्ड वैक्सीन को ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से आखिरी मंजूरी मिलना बाकी है. ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया तैयार कर रहा है.


बता दें कि कोरोना वैक्सीन को लेकर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की अहम बैठक हो रही है जिसमें कोरोना संक्रमित मरीजों पर सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई जा रही कोविशील्ड वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई है. बैठक में फाइजर (Pfizer), भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोरोना वैक्सीन पर भी चर्चा जारी है.


मालूम हो कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन कोविशील्ड के इस्तेमाल को मंजूरी देने वाला पहले देश भारत बन गया है. जबकि ब्रिटेन में अभी इसको मंजूरी देने पर विचार किया जा रहा है. भारत में नए साल 2021 के पहले दिन कोरोना वायरस के खिलाफ मंजूरी पाने वाली पहली वैक्सीन भी कोविशील्ड ही है. हालांकि सरकारी सूत्रों की मानें तो अभी सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी ने सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को COVISHIELD के इस्तेमाल के लिए मंजूरी की सिफारिश की है, लेकिन अभी इस पर अंतिम फैसला ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा लिया जाना है.


मीडिया रिपोट के मुताबिक सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी की सिफारिश के बाद DCGI भारत में किए गए नैदानिक मूल्यांकन से सुरक्षा और इम्युनोजेनेसिटी डेटा की गहन समीक्षा करेगी. वहीं, भारत बायोटेक के कोविड-19 वैक्सीन कोवाक्सिन (Covaxin) की बात करें तो इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की स्वीकृति प्रदान करने की प्रक्रिया में समय लग सकता है क्योंकि इसके चरण 3 के परीक्षण अभी भी चल रहे हैं. हालांकि DCGI द्वारा COVISHIELD के जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.


अब तक बन चुकी हैं लगभग पांच करोड़ खुराक

पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) में बड़े पैमाने पर कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड की डोज तैयार की जा रही हैं. सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) अब तक ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका कोविड-19 टीके की करीब पांच करोड़ खुराक का उत्पादन कर चुकी है. कंपनी ने 28 दिसंबर को कहा कि उसका लक्ष्य अगले साल मार्च तक 10 करोड़ खुराक के उत्पादन का है. इससे पहले, ब्रिटेन ने भी बीते बुधवार को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी है.


कम तापमान पर रखना है सबसे बड़ी खूबी

भारत के लिए कोविशील्ड वैक्सीन के ज्यादा मुफीद होने के कई कारण हैं. पहला तो ये कि Pfizer की वैक्सीन को -70 डिग्री सेल्सियस तापमान पर फ्रीज करके रखना है जिसके लिए फ्रीजर की व्यवस्था करना भारत के लिए बड़ी चुनौती होगी. वहीं मॉडर्ना की वैक्सीन के लिए भी डीप फ्रीजर की आवश्यकता होगी, लेकिन ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को सामान्य फ्रीज में रखा जा सकता है.


जानिए कितना होगा दाम

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला पहले ही ये साफ कर चुके हैं कि वर्तमान में बने तकरीबन सभी डोज भारत के लिए ही इस्तेमाल किए जाएंगे. वहीं इस वैक्सीन की तीसरी खासियत दाम भी है. नवंबर 2020 में एक इंटरव्यू में पूनावाला ने कहा था कि वैक्सीन के दोनों डोज की कीमत एक हजार रुपए से कम रखी जाएगी. बता दें कि, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ ही भारत बायोटेक और फाइजर ने डीसीजीआई के समक्ष आवेदन दिया है कि उनके टीके के आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति प्रदान की जाए. ये कंपनियां अनुमति मिलने की प्रतीक्षा कर रही हैं.


पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को लगेगा टीका

पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ने क्लिनिकल परीक्षण और ‘कोविशिल्ड’ के निर्माण के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के साथ भागीदारी की है, जबकि भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर ‘कोवैक्सीन’ बनाई है. अमेरिका की फाइजर पहली वैक्सीन थी, जिसने चार दिसंबर को त्वरित अनुमोदन के लिए आवेदन किया था. इसके बाद क्रमश: छह और सात दिसंबर को सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने आवेदन किया था. फाइजर ने हालांकि अभी डेटा पेश करने के लिए और समय मांगा है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया वी. जी. सोमानी के मुताबिक, महामारी के मद्देनजर आवेदकों को अनुमति प्रदान करने की पक्रिया तेजी से चल रही है और साथ ही पूरे डाटा की प्रतीक्षा किए बिना ही पहले और दूसरे चरण के परीक्षणों को अनुमति दी गई है. केंद्र सरकार ने ड्राइव के पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने की योजना बनाई है.


ड्राई रन की तैयारी शुरू

वहीं, 2 जनवरी से देश के हर राज्य में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा. इसकी तैयारियों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की अगुवाई में एक बैठक चल रही है. इससे पहले पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन किया गया था, जिसके रिजल्ट काफी सकारात्मक आए थे.


यूपी में कल ड्राई रन

उत्तर प्रदेश में कल होने वाले ड्राई रन के बारे में बात करते हुए राज्य के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा, “हम कल लखनऊ में सहारा अस्पताल, आरएमएल अस्पताल, केजीएमयू और एसजीपीजीआई सहित 6 केंद्रों पर कोविड वैक्सीन का ड्राई रन करेंगे.


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