भारत में आज से दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण (Corona Vaccination) ड्राइव की शुरुआत हो गई है. पीएम मोदी ने वर्चुअल संबोधन के जरिए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि देश में आज में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है. मैं सभी देशवासियों को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगाए जाने के बाद भी किसी भी किस्म की लापरवाही नहीं बरतनी है. पीएम मोदी ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग वैक्सीनेशन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें. उन्होंने कहा, ‘भारत चौबीसों घंटे सतर्क रहा. हमने सही समय पर सही फैसले किए.’
पीएम मोदी ने देश के वैज्ञानिकों को बधाई दी और कहा कि ये दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू हो रहा है. बेहद कम समय में दो कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) तैयार हुई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों डोज लगवाना जरूरी है और टीका लगवाते ही आप ऐसा कभी न करें कि कोरोना के एहतियाती उपायों को भूल जाएं. मास्क, दो गज की दूरी इन सभी बातों का पालन करना अभी भी जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा कि जैसा धैर्य देश के लोगों ने कोरोना के खिलाफ जंग में दिखाया, वैसा ही धैर्य अभी वैक्सीनेशन के समय भी दिखाना होगा. दूसरे चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगवाने का लक्ष्य है.
भारत ने किए सही फैसले
प्रधानमंत्री ने कहा कि 17 जनवरी, 2020 वो तारीख थी, जब भारत ने अपनी पहली एडवायजरी जारी कर दी थी. भारत दुनिया के उन पहले देशों में से था जिसने अपने एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी. भारत ने 24 घंटे सतर्क रहते हुए, हर घटनाक्रम पर नजर रखते हुए, सही समय पर सही फैसले लिए.
30 जनवरी को भारत में कोरोना का पहला मामला मिला, लेकिन इसके दो सप्ताह से भी पहले भारत एक हाई लेवल कमेटी बना चुका था. हम दूसरों के काम आएं, ये निस्वार्थ भाव हमारे भीतर रहना चाहिए. कोरोना कर्फ्यू ने देश के लोगों को तैयार किया. लॉकडाउन के जरिए कोरोना को फैलने से रोका गया. भारत की इच्छाशक्ति और साहस प्रेरणा बनी. सफाई कर्मचारियों ने अपना जीवन दांव पर लगा दिया.
भारत की वैक्सीन देश के मौसम के अनुकूल
पीएम मोदी ने वैक्सीनेशन प्रोग्राम को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि भारत की वैक्सीन देश के मौसम के अनुकूल है. पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय वैक्सीन दुनिया की बाकी वैक्सीन्स के मुकाबले काफी सस्ती है. भारतीय वैक्सीन का स्टोरेज बेहद आसान है. देश में आज 2300 से ज्यादा वैक्सीनेशन लैब हैं.
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र सिर्फ मिट्टी, पानी, कंकड़, पत्थर से नहीं बनता, बल्कि राष्ट्र का मतलब होता है हमारे लोग. संकट कितना भी बड़ा क्यों न हो, देशवासियों ने कभी आत्मविश्वास खोया नहीं. जब भारत में कोरोना पहुंचा तब देश में कोरोना टेस्टिंग की एक ही लैब थी, हमने अपने सामर्थ्य पर विश्वास रखा और आज 2,300 से ज्यादा नेटवर्क हमारे पास है.
भावुक हुए पीएम मोदी
देश को कोरोना का टीका सौंपते हुए पीएम मोदी भावुक भी हो गए. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे स्वास्थ्य कर्मी महीनों अपने परिवार से दूर रहे, कई कई दिन तक घर नहीं आए, इस दौरान सैकड़ों साथी ऐसे भी हैं, जो कभी लौटकर घर नहीं आ पाए. उन साथियों ने एक जीवन को बचाने के लिए अपने जीवन की आहुति दे दी.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )