कानपुर: समाजवादी पार्टी नेताओं के घर के बाहर ढोल पिटवाकर पुलिस ने घोषित किया भगोड़ा

कानपूर पुलिस ने तीन सपा नेताओं की गिरफ्तारी के लिए सदियों पुराना तरीका अपनाया। पुलिस ने तीनों आरोपी नेताओं के घर के बाहर ढोल बजवाकर उन्हें भगोड़ा मुजरिम घोषित किया। इसके अलावा उन्हें पकड़वाने वाले को पांच-पांच हजार रुपए का इनाम देने का सार्वजनिक ऐलान भी किया गया। बता दें कि समाजवादी पार्टी नेता धर्मेंद्र यादव और दो पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्रियों पर अश्लील कमेंट्स किए थे। आरोप है कि जब पड़ोस में रहने वाले बीजेपी नेता ने इसका विरोध किया तो तीनों ने उसके साथ मारपीट भी की।

ढोल पिटवाकर पुलिस ने निकाला इज़्ज़त का फ़ालूदा

 

सरकार के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के कारण इन तीनों सपा नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत की गई। 48 घंटें तक उन्हें पकड़ने के लिए तमाम कोशिशें की गईं, लेकिन वे हाथ नहीं आए। आखिरकार, कानपुर पुलिस ने इन क्षेत्रीय सपा नेताओं की इज्जत का जुलूस निकालने की ठानी। इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल तीनों नेता- धर्मेंद्र यादव, मोहनीश यादव और पवन यादव के घर के बाहर पहुंची और ढोल पिटवा कर उनके मुजरिम होने का ऐलान किया।

यह तरीका असंवैधानिक नहीं- पुलिस

अब यह घटना चर्चा में आई तब इस तरह मुजरिम होने के ऐलान को लेकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भले ही अंग्रेजों के जमाने में इस तरह गांवों में मुनादी की जा रही थी, लेकिन आज भी कानून में इसका प्रावधान है और पुलिस ने सपा नेताओं के नाम का ढोल पिटवा कर कोई असंवैधानिक काम नहीं किया है।