बुलंदशहर: अखिलेशराज में मां-बेटी से किया था गैंगरेप, योगीराज में हुआ एनकाउंटर में ढेर

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों से लूट और रोड होल्डअप करने वाले गैंग से रात के अंधेरे में अलीगढ़ पुलिस व नोएडा एसटीएफ की ज्वाइंट टीम से मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में हरियाणा का कुख्यात 57 हजार का इनामी लुटेरा ढेर हो गया. यह वही बदमाश बबलू है, जिसने अखिलेश राज के दौोरान 2016 में बुलंदशहर (Bulandshahr) के एनएच 91 हाइवे पर लूट की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था, और मां-बेटी के साथ गैंगरेप किया था. इस घटना से पूरा देश दहल गया था. बबलू को उस कांड का मुख्य आरोपी बताया जाता है.


एनकाउंटर के दौरान बदमाश बबलू के सिर में गोली लगी थी, जिसे देर रात जिला अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया. मृतक के पास से मौके पर एक बैग में हथियार, कारतूस आदि सामान भी बरामद हुआ है. जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ की नोएडा यूनिट को यह इनपुट मिला था कि अक्तूबर 2019 में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई वाहनों से लूट व एक महिला से दुष्कर्म की घटना की तर्ज पर फिर से बबलू गैंग लूट की प्लानिंग कर रहा है.


गैंगरेप की इस वारदात को लेकर पूरे देश में गुस्सा था (फोटो- अरविंद)

पश्चिमी उत्तर प्रदेश एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक कुलदीप नारायण सिंह ने बताया कि शुक्रवार तड़के एसटीएफ और थाना अलीगढ़ पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर थाना टप्पल क्षेत्र में एक सूचना के आधार पर कुछ बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया. इसी दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ गोली चला दी. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी गोली चलाई. पुलिस की तरफ से की गई कार्रवाई में एक बदमाश को गोली लगी. बदमाश को उपचार के लिए अलीगढ़ के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.


अधिकारी ने बताया कि बदमाश की पहचान बावरिया गैंग के खूंखार अपराधी बबलू पुत्र रामपाल निवासी डबुआ कॉलोनी बल्लभगढ़ के रूप में हुई है. बबलू बुलंदशहर, अलीगढ़ और पलवल में करीब 10 मामलों में वांछित चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी पर अलीगढ़ और बुलंदशहर जिलों में 50- 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. बबलू के तीन साथी मौके से फरार होने में कामयाब रहे जिनकी तलाश की जा रही है. बदमाश के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार, कारतूस, साइकिल के एक्सेल (रिम) और कई अहम जें बरामद की हैं. मुठभेड़ में मारा गया बदमाश राजमार्ग पर अपराधों को अंजाम देने के लिए कुख्यात था.


कुलदीप नारायण सिंह ने बताया कि बदमाश अपने गिरोह के साथ मिलकर एक्सप्रेस-वे पर रात को साइकिल का एक्सेल फेंक देता था और जैसे ही वाहन साइकिल के एक्सेल के ऊपर से गुजरता था, तेज आवाज आती थी. सिंह ने कहा कि वाहन चालक अपने वाहन को रोक देते थे और ये लोग मदद करने के बहाने वहां पर पहुंच जाते थे. उन्होंने बताया कि ये बदमाश वाहन में सवार महिला, पुरुष, बच्चों सभी को बंधक बना लेते थे और मारपीट कर अंधेरे में ले जाकर लूटपाट करते थे. सिंह के मुताबिक ये बदमाश महिलाओं और बच्चियों के साथ बदसलूकी भी करते थे.


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