प्रियंका रेड्डी हत्याकांड: इत्तेफाक नहीं योजना बनाकर की गई स्कूटी पंचर, फिर 3 साथियों संग मिलकर मो. पाशा ने गैंगरेप-मर्डर को दिया अंजाम, जांच मे खुलासा

हैदराबाद (Hyderabad) के चर्चित प्रियंका रेड्डी हत्याकांड मामले (Priyanka Reddy Murder case) में बड़ा खुलासा सामने आया है. पुलिस के मुताबिक यह घटना कोई इत्तेफाक नहीं बल्कि इसे सुनियोजित योजना बनाकर किया गया. पुलिस ने ने एक लॉरी चालक, क्लीनर और दो अन्य लोगों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. हिरासत में लिए गए सभी आरोपियों की उम्र 20-25 साल बताई जा रही है. इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड मोहम्मद पाशा (Mohammad Pasha) को बताया जा रहा. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.


पुलिस के मुताबिक, यह एक पूर्व नियोजित बलात्कार और हत्या का मामला है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने पीड़िता पर नजर रखी हुई थी. टोंडुपल्ली टोल प्लाजा के पास पार्क की हुई प्रियंका की स्कूटी के टायर को जानबूझकर पंचर किया गया ताकि दरिंदे अपनी हवस मिटा सके. घटना वैसे ही हुई जैसे प्लानिंग की गयी थी, और प्रियंका अनजाने में आरोपियों के चंगुल में फंस गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स के अनुसार, शम्साबाद में आउटर रिंग रोड पर टोंडुपल्ली टोल प्लाजा के पीछे खाली जमीन में उन्होंने प्रियंका के साथ सामूहिक बलात्कार किया और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी.


स्थानीय मीडिया की माने तो आरोपी लॉरी में उसके शव और स्कूटी को उठाकर ले गए थे. उन्होंने लाइसेंस प्लेटों को हटा दिया और वाहनों को घटनास्थल से 40 किलोमीटर की दूरी पर छोड़ दिया. उन्हें पता था कि रंगा रेड्डी जिले के शादनगर शहर के पास चटानपल्ली पुल एक सुनसान जगह है. वहां पहुंचकर उन्होंने प्रियंका की डेड बॉडी को एक चादर में लपेटा और मिट्टी का तेल डालकर उसे जला दिया. इसके बाद चारों वहां से भाग निकले. पुलिस का मानना ​​है कि महबूब नगर जिले के नारायणपेट का रहने वाला मोहम्मद पाशा नामक एक लॉरी चालक इस मामले में मुख्य संदिग्ध था.


जानें क्या है मामला

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पशु चिकित्सक प्रियंका रेड्डी (Priyanka Reddy) कोल्लुरु स्थित पशु चिकित्सालय में काम करती थीं. बुधवार को उन्होंने टोल प्लाजा के नजदीक अपनी स्कूटी पार्क की और कैब से काम पर पहुंची. रात में जब वह लौटी तो उन्होंने पाया कि उनकी स्कूटी पंक्चर है. रात के समय ही प्रियंका ने अपनी बहन को स्थिति के बारे में बताया और यह भी जाहिर किया कि उन्हें डर लग रहा है क्योंकि आसपास सिर्फ लोडिंग ट्रक और अनजान लोग हैं. इस पर बहन ने उन्हें टोल प्लाजा जाने या फिर स्कूटी छोड़ कैब से आने को कहा. प्रियंका ने बहन को बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें मदद ऑफर की है और उन्होंने थोड़ी देर से कॉल बैक करने की बात कही.


रिपोर्ट्स के अनुसार, बहन ने पुलिस को बताया कि कुछ ही मिनट बाद जब प्रियंका को कॉल किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ आने लगा. परेशान परिवार ने पहले टोल प्लाजा पहुंच खुद प्रियंका को तलाशने की कोशिश की, जब वह नहीं मिली तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. गुरुवार सुबह पुलिस को हैदराबाद-बेंगलुरु हाईवे के पास एक महिला का जला हुआ शव दिखाई देने की जानकारी मिली। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट के आधार पर प्रियंका के परिवार से संपर्क किया जिन्होंने कपड़ों और गले के लॉकेट के आधार पर शव प्रियंका का होने की पुष्टि की. इस पूरी घटना को लेकर देशभर में गुस्सा फूट रहा है, सोशल मीडिय से लेकर सड़क पर लोग दरिंदों के लिए फांसी की मांग कर रहे हैं.


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