अशफाक ने कमलेश से कहा कान आगे कीजिए कुछ बताना है और फिर.. हत्यारों ने दरगाह आला हजरत के मौलाना को बताई थी हर बात

हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में हत्यारे शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद ने मामले से जुड़ी हर बात बरेली निवासी दरगाह आला हजरत के मौलाना मौलाना सैय्यद कैफी अली रिजवी (Bareilly Maulana Sayyed Kaifi Ali Rizvi) को बताई थी. कमलेश तिवारी की 18 अक्तूबर को हत्या करने वाले अशफाक और मोइनुद्दीन भी घायल हुए थे. ये दोनों लोग पिस्टल से लैस थे. पहली गोली कमलेश के गले पर लगी लेकिन इससे मोइनुद्दीन भी घायल हुआ था. मोइनुद्दीन गोली लगने से घायल हुआ तो अशफाक हड़बड़ा गया था. इसके बाद ही दोनों ने कमलेश को चाकुओं से गोद डाला था. एटीएस और एसटीएफ ने दोनों हत्यारों की अपने परिवार से बातचीत करते समय यह सब सर्विलांस की मदद से सुना था.


 

दरअसल, सूरत में जो साजिश रची गई थी, उसके मुताबिक दोनों को दो पिस्टल लेकर ही कमलेश के घर जाने को कहा गया था. यह भी निर्देश था कि पिस्टल मिठाई के डिब्बे में छिपा कर ले जाना और बातचीत के दौरान मौका मिलते ही कमलेश को गोलियों से छलनी कर देना. दोनों ने ऐसा ही किया लेकिन फायर करने में मोइनुद्दीन के गोली लगने से तरीका बदलना पड़ गया था. एटीएस के मुताबिक खुर्शेदबाग में हत्या करने के बाद ये लोग होटल पहुंचे थे. होटल में 16 मिनट में कपड़े बदले, फिर वहां से स्टेशन पहुंचे. यहां से करीब पांच घंटे बाद बरेली पहुंच गए थे. बरेली में पहुंचकर पहले सूरत, फिर नागपुर में अपने मददगारों को फोन किया. इसके बाद ही यह मौलाना सैय्यद कैफी अली रिजवी के पास दरगाह पहुंचे.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुताबिक सैय्यद कैफी ने कहा कि जब ये लोग वहां पहुंचे तो कई और लोग भी थे. इन सभी के सामने दोनों ने कहा कि हिन्दू नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी है. उनके हाथ में चोट लगी थी इस पर उन्होंने उसकी मरहम पट्टी करवाई थी. बरेली में मौलाना के सामने अशफाक ने बताया था कि हत्या उसने कैसे की. उसने मौलाना व वकील से कहा कि हम दोनों लोग कमलेश के कमरे में बैठे थे. इस बीच ही एक बात के जवाब पर कमलेश से कहा कि मैं आपको कान में कुछ बताना चाहता हूं. जब कमलेश उसकी बात सुनने के लिये आगे आये, बस अशफाक ने कान के पास जाकर उसके गले पर चाकू मार दिया. इससे कमलेश की चीख निकली तो मोइनुद्दीन ने उसका मुंह दबा दिया. फिर अशफाक ने कमलेश पर गोली चला दी. यह गोली मोइनुद्दीन के दाहिने हाथ में लगने के बाद कमलेश को लगी थी. इसके बाद उन लोगों ने चाकू से कई वार किये. इस वार के दौरान ही एक चाकू अशफाक के भी लग गया था. हालांकि एटीएस और यूपी पुलिस के बीच इस बात को लेकर संशय बना हुआ है कि पहले गोली मारी या चाकू.


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