पकड़े गए कमलेश तिवारी के कातिल, ATS ने गुजरात-राजस्थान सीमा से किया गिरफ्तार, जानें कैसे हुई गिरफ्तारी

कमलेश तिवारी हत्याकांड (Kamlesh Tiwari Murder Case) में बड़ी सफलता मिली है. गुजरात एटीएस ने हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) के फरार चल रहे दो हत्यारे शेख अशफाक हुसैन (Accused Sheikh Asfaq Hussain) और पठान मोइनुद्दीन अहमद (Pathan Moinuddin Ahamd) उर्फ़ फरीद को गिरफ्तार किया है. दोनों की गिरफ्तारी गुजरात-राजस्थान सीमा से की गई है. गुजरात के अरवल्ली जिले के शामलाजी में दोनों को पकड़ा गया. बता दें कि कमलेश तिवारी की बीते शुक्रवार को लखनऊ में उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी. एक दिन पहले ही कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल दो लोगों में से किसी एक की सूचना देने वाले को 2.50 लाख रुपये का नगद इनाम दिए जाने की घोषणा की गई थी. अगर यह सूचना दोनों के लिए होगी तो राशि 5 लाख रुपये हो जाएगी. यह ऐलान उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी की ओर से किया गया था.


एक कॉल से पकड़े गए

पुलिस शाहजहांपुर में घेराबंदी कर कर दोनों को तलाश रही थी, इसी बीच दोनों आरोपी पुलिस को चकमा देकर यूपी से निकल गए और रास्ते से सूरत में अपने परिवार को संपर्क कर रुपयों का बंदोबस्त करने के लिए कहा. बस, यही फोन कॉल गुजरात एटीएस ने ट्रेस कर ली और इन आरोपियों तक पहुंच गई.


गुनाह कुबूला

गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने बताया कि दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल भी कर लिया है. यूपी के डीजीपी को इस गिरफ्तारी की सूचना दे दी गई है. इन दोनों ने 18 अक्तूबर को लखनऊ के खुर्शेदबाग में कमलेश तिवारी की घर में घुसकर हत्या कर दी थी. दोनों भगवा वेश में वारदात करने पहुंचे थे. हत्या के बाद होटल खालसा इन में इन लोगों ने कपड़े बदले और ट्रेन से बरेली भाग गए.


अशफाक एमआर और मोइनुद्दीन डिलीवरी ब्वॉय

गुजरात एटीएस के मुताबिक अशफाक (34) सूरत में ग्रीन व्यू अपार्टमेंट और मोइनुद्दीन (27) सूरत के उमरवाड़ा की लोकास्ट कॉलोनी के रहने वाले हैं. अशफाक एक निजी कंपनी में मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव और मोइनुद्दीन फूड डिलीवरी ब्वॉय है. ये लोग सूरत से 17 अक्तूबर की रात लखनऊ पहुंचे थे. 18 अक्तूबर को हत्या के बाद से ही ये फरार चल रहे थे.


तीन साजिशकर्ता पहले से गिरफ्तार

कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी रशीद पठान उर्फ राशिद, मोहसिन शेख और फैजान घटना के दूसरे दिन ही सूरत में पकड़ लिए गए थे. इनमें फैजान ने ही सूरत में एक दुकान से मिठाई खरीदी थी. हत्यारे मिठाई के डिब्बे में ही पिस्टल और चाकू छिपाकर लाए थे.



 
कर्नाटक से भी एक साथी पकड़ा

कमलेश हत्याकांड में कर्नाटक से भी एक युवक को हिरासत में लिया गया है. इसके साजिशकर्ताओं और दोनों हत्यारों से संबंध बताए जा रहे हैं. इसकी बात अशफाक और सूरत में पकड़े गए साजिशकर्ताओं से वारदात से पहले हुई थी.


इधर-उधर भागकर चुनौती दे रहे थे दोनों

एटीएस और पुलिस को चुनौती देते हुए दोनों हत्यारोपियों ने बार-बार लोकेशन बदली. तीन दिनों से वे बरेली और शाहजहांपुर के आसपास छिपे रहे और मौका मिलते ही गुजरात निकल गए.


बता दें कि बीते रविवार को उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) ने कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) के परिजनों से रविवार को मुलाकात की थी. कमलेश तिवारी की मां ने इस मुलाकात पर असंतोष जताया था. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्‍यमंत्री ने अपने आवास पर कमलेश तिवारी की मां कुसुमा, पत्‍नी किरण और परिवार के कुछ अन्य सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान उन्‍होंने पीड़ित परिवार को पूरी मदद का आश्‍वासन देते हुए कहा था कि सरकार इस गंभीर मामले की गहराई से जांच कर रही है और इसके दोषी लोगों को कतई बख्‍शा नहीं जाएगा. हालांकि, तिवारी की मां कुसुमा ने इस मुलाकात पर असंतोष जताते हुए कहा कि पुलिस के दबाव की वजह से उन्हें मजबूरन मुख्यमंत्री से मिलने जाना पड़ा. उन्होंने यह भी कहा कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के हावभाव उनकी उम्मीद के मुताबिक नहीं थे.


Also Read: कमलेश तिवारी हत्याकांड: ATS ने बरेली से मौलाना को लिया हिरासत में, हत्यारों की मदद का आरोप


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )