तबरेज अंसारी केस: मुआवजे पर प्रशांत पटेल ने केजरीवाल सरकार पर उठाया सवाल, पूछा- अंकित सक्सेना को नहीं दिया क्योंकि हिन्दू था ?

दिल्ली वक्फ बोर्ड ने झारखंड (Jharkhand) में कथित मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) का शिकार हुए तबरेज अंसारी (Tabrez Ansari) की पत्नी को नौकरी और मुआवजा देने का ऐलान किया है. दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन और आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने बताया कि तबरेज की पत्नी को 5 लाख रुपये का चेक और जॉब का ऑफर लेटर दिया जाएगा. इसी बीच केजरीवाल सरकार द्वारा मुआवजे की घोषणा पर मशहूर वकील प्रशांत पटेल उमराव (Prashant Patel Umrao) ने सवाल उठाये हैं.


गुरुवार को प्रशांत पटेल ने ट्वीट कर लिखा, “इन्वेस्टीगेशन टीम और सिविल सर्जन के मुताबिक़ तबरेज अंसारी की मृत्यु ह्रदय गति रुकने के कारण हुई थी. केजरीवाल सरकार उसकी (तबरेज अंसारी ) पत्नी को 5 लाख रुपये, नौकरी और कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए सहायता प्रदान करेगी. लेकिन अंकित सक्सेना के परिवार अभी भी मुआवजे की राह तकनी पड़ रही है, क्योंकि वह हिंदू था.


https://twitter.com/ippatel/status/1144220233407717377?s=20

मंगलवार शाम को जांच टीम और सिविल सर्जन द्वारा सौंपी गयी रिपोर्ट के मुताबिक तबरेज अंसारी की मौत पिटाई से नहीं बल्कि ह्रदय गति रुकने से हुई है. सिविल सर्जन डॉ एएन राय ने बताया, “ह्रदय गति रुकने से तबरेज की मौत हुई, पोस्टमार्टम के दौरान कहीं कोई आंतरिक चोट नहीं निकली है”.


प्रशांत पटेल (Prashant Patel Umrao) के ट्वीट पर यूजर्स केजरीवाल सरकार पर तुष्टीकरण को लेकर सवाल उठा रहे हैं. ट्विटर यूजर @Truptisarpate लिखती हैं कि “केजरीवाल सरकार झारखंड में, Tabrez Ansari के परिवार को पांच लाख रुपये और चोर की बीवी को सरकारी नौकरी दे रही है क्योंकि वो एक मुसलमान है. ध्रुव त्यागी और अंकित सक्सेना की हत्या दिल्ली में हुई पर उन्हे एक रूपया नही दिया क्योंकि वो हिंदू है”



वहीं एक दूसरे ट्विटर यूजर @LowIQ18 लिखते हैं, “केजरीवाल सरकार ने निर्भया रेप के आरोपी कथित नाबालिग मोहम्मद अफरोज को जेल से छूटने के बाद 10 हजार रुपये और सिलाई मशीन दी थी”.



क्या है ध्रुव त्यागी हत्याकांड ?

बता दें कि पिछले महीने दिल्ली के मोती नगर इलाके में 51 वर्षीय ध्रुव त्यागी अपनी बेटी ( 27 साल ) के साथ अस्पताल से वापस लौट रहे थे. उसी दौरान इलाके में रहने वाले जहांगीर के एक बेटे ने उनकी बेटी की तरफ गंदे इशारे किये. जिसके कुछ देर बाद ध्रुव त्यागी अपने बेटे अनमोल के साथ इस मामले की शिकायत करने जहांगीर के घर पहुंचे. त्यागी ने जब उन लोगों से शिकायत की तो जहांगीर के तीन बेटों उनकी पत्नी और बेटी ने घर की बालकनी से उनपर पत्थर बरसाये और चाकुओं से गोदकर उनकी हत्या कर दी थी. इस घटना में अपने पिता को बचाने आया 19 साल का ध्रुव का बेटा अनमोल गंभीर रूप से घायल हो गया था.


क्या है अंकित सक्सेना मर्डर ?

पिछले साल फरवरी माह में पेशे से फोटोग्राफर अंकित सक्सेना की गला काटकर हत्या कर दी गयी थी. अंकित एक मुस्लिम लड़की से प्यार करता था जो कि उसके परिवार को नागवार गुजरा और लडकी के पिता ने चाक़ू से अंकित का गाला काट दिया था, जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गयी थी. इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था जिसके बाद केजरीवाल सरकार ने अंकित परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद और कानूनी सहायता देने का एलान किया था लेकिन पीड़ित परिवार को मुआवजा आज तक नहीं मिला है. ऐसे में सवाल उठाना लाजिमी है.


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