उत्तराखंड के एक युवक का राजस्थान के मेवात जिले में जबरन धर्म परिवर्तन कराने के मामले में गुरुवार को बजरंग दल हिंदुस्तान के पदाधिकारियों ने शुद्धिकरण कराकर उसकी फिर से हिंदू धर्म में वापसी कराई है। इसके बाद युवक को लेकर पदाधिकारी सहारनपुर (Saharanpur) एसपी सिटी के ऑफिस पहुंचे। इस दौरान जिस मदरसे में युवक नितिन पंत (Nitin Pant) को इस्लामी शिक्षा दी गई, उस पर कार्रवाई करने की मांग की। एसपी सिटी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के रहने वाले नितिन पंत पुत्र स्वर्गीय देवेंद्र पंत को बजरंग दल हिंदुस्तान के पदाधिकारी निपुण भारद्वाज व अन्य एसपी सिटी राजेश कुमार के ऑफिस लेकर पहुंचे। उन्होंने बताया कि नितिन पंत का राजस्थान के मेवात के गांव पंचगावा के मुस्लिम युवकों ने जबरन धर्म परिवर्तन कराया था। इसके बाद आरोपियों ने नितिन को पहले तो राजस्थान में रखा, वहां उसे कमरे में बंदकर मारपीट की जाती थी।
इसके बाद मुजफ्फरनगर के एक गांव के मदरसे में भेज दिया गया। यहां पर नितिन पंत को जबरन इस्लाम की शिक्षा दी गई। इस दौरान नितिन ने विरोध किया तो उसे सहारनपुर के मदरसे में भेज दिया गया। पदाधिकारियों ने मांग की है कि मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के इन मदरसों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। वहीं, निपुण भारद्वाज ने बताया कि नितिन पंत का शुद्धिकरण करने के बाद उसे वापस हिंदू बना दिया गया है। अब उसे उसके गांव भेजा जाएगा। शुद्धिकरण एक मंदिर में की गई।
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड के नैनीताल के तल्लीताल निवासी नितिन पंत 2010 में नौकरी की तलाश में राजस्थान के अलवर जिले में गया था। यहां उसे नौकरी नहीं मिली। इस बीच उसकी मुलाकात मेवात जिले के गांव पंचगाव के मुस्लिम युवकों से हुई। आरोप है कि इन लोगों ने उसका तमंचे के बल पर धर्म परिवर्तन करा दिया। मामले में सहारनपुर के एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि हिंदू संगठन के कुछ लोगों ने उनसे मुलाकात की थी। उन्होंने जो प्रार्थना पत्र दिया है, उस पर जांच के आदेश दे दिए हैं, जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
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