प्रियंका रेड्डी हत्याकांड पर मंत्री मो. महमूद अली का बेतुका बयान, बोले- पढ़ी-लिखी थी, फिर उसने क्यों नहीं किया पुलिस को कॉल ?

तेलंगाना (Telangana) की राजधानी हैदराबाद (Hyderabad) में एक महिला वेटरनरी डॉक्टर प्रियंका रेड्डी (Priyanka Reddy) की हत्‍या कर दी गई. इस पूरी घटना को लेकर तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली (Minister Mohammad Mahmood Ali ने बेतुका बयान देते हुए कहा कि महिला पढ़ी-लिखी थी. उसने पुलिस को फोन करने की बजाय अपनी बहन को क्यों फोन किया. हालांकि बयान पर विवाद बढ़ने के बाद उनको सफाई देनी पड़ी.


मां बोली- पुलिस दौड़ाती रही, तत्‍काल कार्रवाई करती तो बच जाती बेटी

इस बीच पीड़‍िता की मां ने सभी दोषियों को सबके सामने जिंदा जलाने की मांग की है. परिवार वालों ने यह भी कहा है कि साइबराबाद पुलिस उन्‍हें दौड़ाती रही. अगर उसने तत्‍काल कार्रवाई की होती तो पीड़‍िता को जिंदा बचाया जा सकता था. पीड़‍िता की मां ने कहा कि मेरी बेटी बहुत मासूम थी. मैं चाहती हूं कि दोषियों को जिंदा जला दिया जाए. मां ने बताया कि घटना के बाद मेरी छोटी बेटी थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंची लेकिन उसे दूसरे थाने शमशाबाद भेज दिया गया. पुलिस ने कार्रवाई की बजाय कहा कि यह मामला उसके क्षेत्र में नहीं आता है. बाद में पीड़‍िता के परिवार के साथ कई सिपाही लगाए गए और सुबह 4 बजे तक तलाशी अभियान चलाया गया लेकिन उसका पता नहीं चल पाया.


बहन बोली पुलिस ने नहीं की कार्रवाई

वहीं इस मामले पर पीड़‍िता की बहन ने रोते हुए बताया कि एक पुलिस स्‍टेशन से दूसरे पुलिस स्‍टेशन जाने में हमारा काफी समय बर्बाद हो गया. अगर पुलिस ने समय बर्बाद किए बिना कार्रवाई कर दी होती तो मेरी बहन आज जिंदा होती. इस बीच हैदराबाद पुलिस ने कहा है कि इस हत्‍याकांड में शामिल मोहम्‍मद पाशा समेत अन्‍य आरोपियों को अरेस्‍ट कर लिया गया है. इस बीच राष्‍ट्रीय महिला आयोग ने पूरे मामले की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया है.


कुछ इस तरह दरिंदगी की शिकार हुई डॉक्टर

यह घटना हैदराबाद के शादनगर की है. यहां चत्तनपल्ली पुल के नीचे डॉक्टर की जली हुई लाश बरामद हुई. वह नवाबपेट मंडल के कोल्लूर में पशु चिकित्सक के पद पर कार्यरत थीं. वह बुधवार सुबह घर से काम के लिये निकली थी मगर वापस नहीं लौट पाईं. जिसके बाद घर वालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. बाद में गांव वालों ने बताया कि यहां एक जला हुआ शव मिला है. जिसके बाद पुलिस ने डॉक्टर के पिता को बुलाया. जिन्होंने जले हुए शव की पहचान के गले में लॉकेट देखकर की. बता दें इस पूरे मामले में पुलिस मुख्य आरोपी मोहम्मद अजीज पाशा समेत चार लोगों का गिरफ्तार कर लिया है.


जानें क्या है मामला

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पशु चिकित्सक प्रियंका रेड्डी (Priyanka Reddy) कोल्लुरु स्थित पशु चिकित्सालय में काम करती थीं. बुधवार को उन्होंने टोल प्लाजा के नजदीक अपनी स्कूटी पार्क की और कैब से काम पर पहुंची. रात में जब वह लौटी तो उन्होंने पाया कि उनकी स्कूटी पंक्चर है. रात के समय ही प्रियंका ने अपनी बहन को स्थिति के बारे में बताया और यह भी जाहिर किया कि उन्हें डर लग रहा है क्योंकि आसपास सिर्फ लोडिंग ट्रक और अनजान लोग हैं. इस पर बहन ने उन्हें टोल प्लाजा जाने या फिर स्कूटी छोड़ कैब से आने को कहा. प्रियंका ने बहन को बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें मदद ऑफर की है और उन्होंने थोड़ी देर से कॉल बैक करने की बात कही.


रिपोर्ट्स के अनुसार, बहन ने पुलिस को बताया कि कुछ ही मिनट बाद जब प्रियंका को कॉल किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ आने लगा. परेशान परिवार ने पहले टोल प्लाजा पहुंच खुद प्रियंका को तलाशने की कोशिश की, जब वह नहीं मिली तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. गुरुवार सुबह पुलिस को हैदराबाद-बेंगलुरु हाईवे के पास एक महिला का जला हुआ शव दिखाई देने की जानकारी मिली। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट के आधार पर प्रियंका के परिवार से संपर्क किया जिन्होंने कपड़ों और गले के लॉकेट के आधार पर शव प्रियंका का होने की पुष्टि की. इस पूरी घटना को लेकर देशभर में गुस्सा फूट रहा है, सोशल मीडिय से लेकर सड़क पर लोग दरिंदों के लिए फांसी की मांग कर रहे हैं.


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