पकड़े गए हिज़बुल आतंकी की देशभक्त माँ

 

कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हिजबुल आतंकी कमर-उज-जमां की मां बेहद दुखी हैं. आतंकी बनने की सूचना मिलते ही मां ने कहा कि सरकार को उसे गोली मार देनी चाहिए और उस देशद्रोही की लाश को जानवरों के सामने डाल देना चाहिए.

 

गुरुवार सुबह कमर-उज-जमां की गिरफ़्तारी के बाद आईजीएटीएस असीम अरुण ने कई ख़बरों की क्लिपिंग्स साझा कीं. उन्होंने कहा कि अप्रैल 2018 में एके-47 के साथ सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद कश्मीर के साथ-साथ देशभर में कमर-उज-जमां को लेकर अलर्ट भेजा गया था. तस्वीर की पहचान आतंकी की मां शाहीरा खातून ने की थी. शाहीरा ने कहा था कि “हां वह मेरा बेटा कमर है. अगर वह आतंकी बन गया है तो सरकार को उसे मार देना चाहिए. वह देश का दुश्मन है. उसकी लाश जानवरों के सामने डाल देनी चाहिए. ऐसा शख्स जिन्दा नहीं रहना चाहिए.”

 

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उधर कमर के भाई मुफिदुल ने कहा कि वह अपनी पत्नी और बेटे को घर पर छोड़कर गया था. अब मैं उसे अपना भाई नहीं मानता. वह गद्दार है, उसे मार देना चाहिए. हम उसकी लाश को भी घर में लाने की इजाजत नहीं देंगे.

 

गौरतलब है कि गणेश चतुर्थी पर बड़े आतंकी साजिश को अंजाम देने जा रहे हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमर-उज-जमां उर्फ डॉक्टर हुरैहा को सात दिनों तक के लिए एटीएस ने अपनी रिमांड पर लिया है. रिमांड के दौरान आतंकी के कानपुर में संबंध और आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता मामले में पूछताछ की जाएगी.

 

प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता लगा है कि हुरैहा मूल रूप से असम के जमुनामुख के सराक पिली गांव का निवासी है.

लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि गुरुवार सुबह हुरैहा को चकेरी थाना क्षेत्र से एटीएस की टीम और कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. डीजीपी ने बताया कि प्रारम्भिक पूछताछ में पता चला है कि उसकी योजना गणेश चतुर्थी पर किसी बड़े हमले को अंजाम देने की थी.

 

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