हाल ही में सोशल मीडिया पर ये मैसेज वायरल हो रहा है कि अब से रेल यात्रा में पांच साल तक के बच्चे का भी पूरा किराया लगेगा। इस मैसेज पर विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने सवाल उठाया था। जिसके बाद अब रेल मंत्रालय ने इस मामले में बयान जारी किया है। रेल मंत्रालय ने ट्रेन यात्रा के दौरान बच्चों के लिए अलग से टिकट बुक करने की खबरों का खंडन किया है। मंत्रालय ने कहा कि नियम में ऐसा कोई बदलाव नहीं किया गया है।
ये था दावा
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स आई हैं जिनमें दावा किया गया है कि भारतीय रेलवे (Indian Railways)ने ट्रेन में यात्रा करने वाले बच्चों के लिए टिकट बुकिंग के संबंध में नियम बदल दिया है। इन रिपोर्टों में दावा किया गया है कि अब एक से चार साल की उम्र के बच्चों को ट्रेन से यात्रा करने के लिए टिकट लेना होगा। इस दावे के बाद से विपक्ष ने लगातार सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे। पर अब रेल मंत्रालय ने मामले में बयान जारी कर दिया है।
रेल मंत्रालय ने दिया जवाब
रेल मंत्रालय के अनुसार पांच साल तक के बच्चे का कोई किराया नहीं लगेगा। इस संबंध में वर्ष 2015 में सर्कुलर जारी हुआ था, जिसमें कहा गया है कि पांच से 12 साल का टिकट आधा लगेगा। अगर आप बच्चे के लिए सीट बुक कराना चाहते हैं तो पूरा चार्ज देना होगा। सर्कुलर आने के बाद जिस पैरेंट्स को जरूरत होती थी, सीट बुक कराता था, अन्यथा अपनी सीट पर बच्चे को ले जाने पर कोई किराया नहीं पड़ता है।
इसके बाद तमाम यात्रियों ने मांग की और सुझाव दिया कि अगर बच्चा पांच साल से कम है और उसे गोद में लेकर सफर नहीं करना चाह रहे हैं, इसके लिए बच्चे की भी सीट बुक होनी चाहिए, जिससे वो सुविधाजनक सफर कर सकें।
यात्रियों के सुझाव के बाद रेलवे ने 6 मार्च 2020 को एक और सर्कुलर जारी किया, जिसमें पांच साल से कम बच्चे की भी सीट बुक करने का आदेश दिया गया। बुक की गयी सीट का किराया सामान्य यात्री के बराबर होगा। रेलवे मंत्रालय के अनुसार इसके बाद कोई नया आदेश नहीं जारी किया गया है।
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