प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को उम्मीद जताई है कि ओणम त्योहार केरल के लोगों को उन त्रासदी में बाहर आने में मजबूती देगा, जिसके चलते अगस्त में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 265 हो गई है जबकि 36 लोग लापता हैं। पीएम मोदी ने एक ट्वीट करते हुए कहा- “पिछले कुछ दिनों से केरल जिस प्राकृतिक आपता का सामना कर रहा है उससे बाहर निकलने में ओणम त्योहार उनमें मजबूती देगा।”
उन्होंने कहा- पूरा देश केरल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और उनकी खुशिया और समृद्धि के लिए दुआएं कर रहा है।
May this Onam give further strength to the people of Kerala to overcome the adversities they have been facing for the past few days. The entire nation stands shoulder to shoulder with Kerala and prays for the happiness as well as prosperity of it’s citizens.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 25, 2018
केरल में आई भयानक बाढ़ से आठ अगस्त से अब तक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 265 लोगों की मौत हो चुकी है और 36 लापता हैं जबकि विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए राज्य बड़ी प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में जुटा हुआ है।
आपदा प्रबंधन राज्य नियंत्रण कक्ष के हालिया आंकड़ों के मुताबिक केरल का पहाड़ी जिला इडुकी में एशिया का सबसे बड़ा बांध है और यहीं से पिछले 26 साल में पहली बार पानी छोड़ा गया था। यह स्थान सबसे ज्यादा बाढ़ से प्रभावित हुआ है और यहां अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लापता हैं।
इस जिले में बड़ी मात्रा में मसाले और चाय की खेती होती है और यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। सरकार की ओर से जारी हालिया आंकड़ों के मुताबिक आठ अगस्त से अब तक बाढ़ की वजह से 265 लोगों की मौत हो चुकी है। त्रिशूर में 43, एर्नाकुलम में 38, अलापुझा में 34 और मल्लापुरम में 30 लोगों की मौत हुई है।
राज्य में भयानक बाढ़ से हुई जान-माल की क्षति की वजह से ओनम का त्योहार फीका पड़ा है। हालांकि फिर भी लोग इसे सामान्य रूप से मना रहे हैं। सरकार की ओर से कल जारी विज्ञप्ति के मुताबिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी मोबाइल एप्प, स्वयंसेवी संगठन और स्थानीय निकाय के जरिए दर्ज की जाएगी और इसके आधार पर मुआवजा वितरित किया जाएगा।