सीएम योगी ने बाढ़ प्रभाव‍ित क्षेत्रों का क‍िया हवाई सर्वेक्षण, पीड़ितों को दिया मदद का भरोसा

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लखमीमपुर, गोंडा, बाराबंकी और बहराइच में हवाई सर्वेक्षण करके बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके स्थिति का जायजा लिया.प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने बाढ़ प्रभाव‍ित इलाकों के हालात देखने के ल‍िए शुक्रवार को हवाई सर्वेक्षण क‍िया।

 

सीएम ने सबसे पहले बहराइच के बाढ़ प्रभावित महसी क्षेत्र में सीएम हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोंडा के बाढ़ प्रभावित करनैलगंज इलाकों का दौरा करके हालात का जायजा लिया। करनैलगंज तहसील के बाढ़ प्रभावित इलाकों में दौरा कर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे और राहत कार्यों की हकीकत जानेंगे। गौरतलब है कि पूर्वांचल के गोरखपुर, महाराजगंज, बलरामपुर, बस्ती, बहराइच कुशीनगर, सिद्धार्थनगर और लखीमपुर खीरी बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। नेपाल से बहने वाली नदियों की वजह से इन जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। इसके अलावा यूपी के 22 जिले फिलहाल बाढ़ की चपेट में हैं।

 

बता दें कि बीते कई हफ्तों से लखीमपुर खीरी के दर्जनों गांव पानी में डूबे हुए हैं। हालात द‍िन-ब-दिन ब‍िगड़ रहे हैं। सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने हवाई सर्वे करने के साथ ही प्रशासन को बाढ़ पीड़‍ितों तक आवश्‍यक सुव‍िधाएं पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

 

इस दौरान सीएम योगी ने लखीमपुर खीरी जिले के बाढ़ तथा कटान प्रभावित इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों को राहत सम्बन्धी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके बाढ़ राहत की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि जिले में बाढ़ राहत के लिये 46 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गयी है। घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से एग्लिन-चरसड़ी तटबंध टूट गया है। तटबंध टूटने से 36 गांवों में घाघरा का पानी घुस गया है। इस कारण गोंडा व बाराबंकी जिलों में कोहराम मच गया है, आपको बता दें कि प्रदेश में अबतक बारिश के कहर से 175 की मौत हो चुकी है।

 

बता दें कि सीएम योगी से पहले मंत्री स्वाति सिंह के साथ सदर विधायक योगेश वर्मा और एसडीएम सदर अरुण कुमार सिंह भी लखीमपुर खीरी का दौरा कर चुके हैं। मंत्री स्‍वाति स‍िंह यहां ग्राम रेहरिया कलां के आवासीय कटान का निरीक्षण करने के लिए पहुंचीं थीं। यहां उन्होंने गांववालों से बात की और उन्हें सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था।