कानपुर कांड पर योगी का सख्त निर्देश, विकास दुबे के बिना मुख्यालय न लौटें पुलिस अधिकारी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) कानपुर गोलीकांड (Kanpur encounter) पर बेहद सख्त नजर आ रहे हैं. घटना को लेकर 4 दिन बीत गए लेकिन गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला, वहीं गिरफ्तारी न होने से नाराज सीएम योगी ऩे सोमवार को अधिकारियों को तलब किया. इस उच्चस्तरीय मीटिंग में सीएम योगी ने सख्त लहजे में कहा कि लखनऊ से अधिकारियों को भेजकर भगोड़े विकास दुबे को पकड़ा जाए. साथ ही उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जब तक विकास दुबे पकड़ा ना जाए तब तक अधिकारी मुख्यालय न लौटें .मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में डीजीपी, अपर मुख्य सचिव गृह, एडीजी एलओ प्रशांत कुमार मौजूद रहे.


बता दें कि कानपुर शूटआउट का आरोपी विकास दुबे को पकड़ने की कोशिश जारी है. इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे पर घोषित इनाम को ढाई गुना बढ़ा दिया है. अब विकास दुबे के बारे में खबर देने वाले को ढाई लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. जिस वक्त शूटआउट हुआ, उस समय विकास दुबे पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे पर ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. सबसे पहले विकास दुबे पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था, जिसे एक लाख रुपया किया गया था. आईजी ने इनाम को ढाई लाख रुपये करने के लिए डीजीपी को खत लिखा था.


विकास दुबे पर धारा 192 220 धारा 147 148 149 302 307 394 सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है. उसकी तलाश के लिए पुलिस ने 40 टीमें गठित की है, जो आस-पास के जिलों के अलावा सर्विलांस टीम से मिल रही जानकारी के आधार पर छापेमारी कर रही हैं. इस बीच विकास दुबे के करीबी दयाशंकर अग्निहोत्री के खुलासे के बाद चौबेपुर थाने के तीन पुलिकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इसमें दो दारोगा और एक सिपाही शामिल है. इन तीनों पुलिसकर्मियों पर विकास दुबे के संपर्क में रहने का आरोप लगा है.


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