केंद्रीय गृह मंत्रालय से पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर नए सिरे से प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाले प्रमुख मुस्लिम संगठन सूफी इस्लामिक बोर्ड ने राजस्थान अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम के खिलाफ कानपुर के जूही थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। बोर्ड का आरोप है कि खादिम सैयद सरवर चिश्ती (Syed Sarwar Chishti) ने पीएफआई का समर्थन करते हुए सूफी इस्लामिक बोर्ड को अपशब्द कहे।
परमपुरवा निवासी सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी ने बताया कि नवंबर 2020 में पीएफआई को देश में बैन कराने की मांग को लेकर बोर्ड के पदाधिकारियों ने 150 प्रार्थनापत्र राष्ट्रपति को भेजे थे। इसके बाद राजस्थान की अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम सरवर चिश्ती ने यू-ट्यूब पर एक वीडियो अपलोड कर पीएफआई का समर्थन करते हुए सूफी इस्लामिक बोर्ड को अपशब्द कहे।
Also Read: दिल्ली की खान मार्केट में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे, 5 गिरफ्तार
उन्होंने सरवर चिश्ती को कानूनी नोटिस भेज माफी मांगने को कहा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस वजह से अब रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। थाना प्रभारी संतोष आर्या ने बताया कि जाति, धर्म, स्थान के नाम पर विभिन्न समूहों में द्वेष फैलाने व आईटी एक्ट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
बता दें कि 20 जनवरी को सूफी इस्लामिक बोर्ड ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से नए सिरे से अपील की थी कि वह इस समूह पर प्राथमिकता के आधार पर प्रतिबंध लगाए। सूफी बोर्ड के गुजरात विंग के प्रमुख सैयद खालिद मियां नकवी उल हुसैनी ने कहा था कि हमने सरकार से अनुरोध किया है कि वह हमारे देश के हितों के खिलाफ काम करने वाले संगठनों के साथ तुर्की में पीएफआई के नए संपर्कों (PFI Turkey Links) का संज्ञान ले। इस तरह के लिंक हमें परेशान करते हैं।
Also Read: भारत के लिए खतरनाक PFI का तुर्की लिंक, सूफी बोर्ड ने गृह मंत्रालय से की नए सिरे से बैन लगाने की मांग
तुर्की के विवादास्पद संगठन आईएचएच (इंसान हक वे हुर्रियतलेरी) के नेताओं के साथ पीएफआई सदस्यों की कथित बैठक पर सूफी बोर्ड के पदाधिकारी ने कहा कि भारतीय एजेंसियों को ऐसे रिश्तों की गहराई से जांच करने की जरूरत है, ताकि भारत में सद्भाव भंग न हो सके। गुजरात के मेहसाणा की मशहूर दरगाह के पीयर सैयद खालिद मियां ने कहा कि गृह मंत्रालय को तेजी से आगे बढ़ना चाहिए और इस संगठन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )