गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुई हिंसा पर अब कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है. इस हिंसा में आंकड़ों की बात करें तो कई स्थानों पर पुलिस और ट्रैक्टर रैली निकालने वाले प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़पों में 300 से ज्यादा पुलिस जवान घायल हो गए. पुलिस ने 35 FIR दर्ज कर ली हैं, जबकि दो सौ से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस टीमों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में कुछ जगहों पर किसानों ने पुलिस पर पत्थरों से भी हमला किया. इसके साथ ही गाजीपुर बॉर्डर पर उत्पात का ऐसा मंजर दिखा जिसे आसानी से भुलाया नहीं जा सकता है, वहां लाला रामचरण चौक पर कुछ किसानों ने पुलिस वालों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की. इसी तरह से अन्य जगहों की बात करें तो जगह जगह पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमले हुए. आंकड़ों की मानें तो किसान हिंसा में पुलिस के 300 से ज्यादा जवान और ऑफिसर घायल हो गए. दिल्ली पुलिस ने बुधवार को यह सूचना दी है.
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इस उपद्रव के दौरान आलम कुछ ऐसा हो गया वो पुलिस वाले को रौंदने से भी बाज नहीं आ रहे थे. वो तो पुलिस वाले भाग खड़े हुए, वरना उनपर ट्रैक्टर चढ़ाने की भी कोशिश हुई. अब तक इस मामले में पुलिस 200 लोगो को हिरासत में ले चुकी है. ये वो हैं जो उपद्रव के दौरान घायल हुए थे और अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हुए थे. पुलिस इन्हे पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लेगी. किसी उपद्रव को रोकने के लिए दिल्ली में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है.
इन मामले में रिपोर्ट दर्ज
बता दें कि ट्रैक्टर परेड की आड़ में दिल्ली में उपद्रव करने के मामले में पुलिस अब तक 35 एफआईआर दर्ज कर चुकी है. 30 और एफआइआर दर्ज होने की संभावना है. दिल्ली पुलिस ने आइपीसी की धारा-395 (डकैती), 397 (डकैती, या डकैती, मौत या शिकायत पर चोट पहुंचाने की कोशिश), 120 b (आपराधिक साजिश की सजा) और अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है.
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