आगरा: 9 दिन बाद भी सिपाही के हत्यारों का कोई सुराग नहीं, तलाश में जुटी पुलिस

कुछ दिन पहले खनन माफियाओं ने आगरा जिले में एक सिपाही की हत्या कर दी थी। हत्या करने वाले आरोपियों को उसी दिन चिन्हित कर लिया गया था, बावजूद नौ दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। उनकी गिरफ्तारी को पुलिस की छह टीम लगाई गई हैं। अभी तक ट्रैक्टर चालक और मालिक समेत मुख्य आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर हैं।


नौ दिन बाद भी मुख्य आरोपी अरेस्ट

जानकारी के मुताबिक, आगरा जिले में सिपाही की हत्या के मामले में 12 नवंबर को पुलिस टीमों ने खेरागढ़ क्षेत्र से धौलपुर के कौलारी निवासी कलेक्टर सिंह समेत अन्य को जेल भेज दिया। सैंया थाना पुलिस ने खरगपुर निवासी प्रकाश को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पुलिस के मुताबिक, प्रकाश और कलेक्टर सिंह दोनों उसी ट्रैक्टर पर बैठे थे, जिससे सिपाही की हत्या की गई थी।


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इसका मालिक खरगपुर निवासी अनूप और चालक बबलू है। खरगपुर का हेत सिंह संगठित तरीके से अवैध खनन कराता है। तीनों के नाम पुलिस को पता चल गए हैं, मगर इनमें से कोई गिरफ्तार नहीं हुआ है। क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीमें हत्यारोपितों की तलाश में अभी तक उनकी रिश्तेदारियों में दबिश दे रही हैं।


ये था मामला

गौरतलब है कि आगरा जनपद के खेरागढ़ में बीते रविवार को खनन माफिया के गुर्गों ने सिपाही सोनू कुमार चौधरी की ट्रैक्टर चढ़ा कर हत्या कर दी। सिपाही को ट्रैक्टर के नीचे दबा छोड़कर गुर्गे फायरिंग करते हुए भाग गए। सिपाही को खून से लथपथ देखकर साथ गए पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। घटना की सूचना पाकर फोर्स के साथ एसपी ससिटी बोत्रे रोहन प्रमोद मौके पर पहुंचे थे। पुलिस अभी आसपास के क्षेत्र में फरार खनन माफिया के गुर्गों को तलाश रही है। राजस्थान में धौलपुर के गांव खरगपुर में पुलिस की दबिश से दहशत का माहौल है। खनन से जुड़े लोगों के परिवार घरों से ताला लगाकर फरार हैं। कुछ घरों में सिर्फ महिलाएं रह गई हैं।


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