फर्रुखाबाद: जिला अस्पताल में अफसरों की नाक के नीचे हो रहे अवैध गर्भपात, SDM ने मारा छापा तो खुली पोल

फर्रुखाबाद नगर के सरकारी अस्पताल में लंबे समय से अवैध गर्भ समापन का धंधा अस्पताल अधीक्षक की नाक के नीचे खुलेआम चल रहा है। ऐसा भी नहीं है कि अस्पताल अधीक्षक इस अवैध कारोबार से वाकिफ न हो। यहां अवैध गर्भ समापन के नाम पर मोटी धन वसूली की जाती है। यह अवैध कारोबार अस्पताल में कार्यरत महिला सुपरवाइजर के घरों में चल रहा है। आज भी एक नाबालिग किशोरी को दो युवक बाइक पर बैठाकर गर्भ समापन के लिए लाए थे। जिसकी भनक किसी तरह एसडीएम नरेंद्र सिंह को हुई। जिस पर उन्होंने भारी पुलिस बल के अलावा महिला पुलिस बल को साथ लेकर अस्पताल परिसर में बने एक क्वाटर पर छापा मारा। यहां से वह नाबालिग किशोरी को बरामद किया।


एसडीएम ने की सख्ती तो सच आया सामने

जानकारी के मुताबिक, मौके से बरामद किशोरी के साथ आई उसकी मां गुड्डी देवी निवासी थाना नवाबगंज के गांव सांसईया ने सारा वाक्या एसडीएम व पुलिस को बताया। उसने बताया कि गर्भ समापन के नाम पर 15 हजार रुपए पहले ही जमा करा लिए गए थे। जिस क्वाटर से छापा मार कर किशोरी को बरामद किया गया है, वह अस्पताल में कार्यरत महिला सुपरवाइजर मंजुल तिवारी का है।


एसडीएम ने इस महिला कर्मचारी से भी काफी समय तक पूछताछ की। पूछताछ के बाद एसडीएम ने महिला कर्मचारी को पुलिस बल के साथ कोतवाली भेज दिया। वहीं नाबालिग किशोरी को मेडिकल परीक्षण कराने के बाद फतेहगढ़ अस्पताल में भर्ती कराने के लिए भेजा गया है। छापे में पकड़ी गई महिला सुपरवाइजर जहां अपने आवास पर अवैध गर्भ समापन धंधे का कारोबार चलाती है।


कई महिला कर्मचारी शक के घेरे में

इसके साथ ही नगर के मोहल्ला नई बस्ती स्थित एक फर्जी अस्पताल भी चलाती है। यहां पर भी अवैध गर्भ समापन किए जाने का गोरखधंधा पिछले कई वर्षों से चल रहा है। सूत्रों की माने तो अस्पताल में कार्यरत कई महिला कर्मचारी अपने अपने आवासों पर इस अवैध गर्भपात के कारोबार को अंजाम दे रही है। इस प्रकरण की किसी सक्षम अधिकारी से जांच कराई जाए तो वास्तविकता का खुलासा हो सकता है।


इनपुट – अभिषेक गुप्ता


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