कानपुर में हुए बिकरू कांड के बाद मुख्य आरोपी विकास दुबे गाड़ी से फरार हो गया था। जांच में ये बात सामने आई कि ये गाडियां विकास के खजांची जय बाजपेई की है। जिसके चलते अब पुलिस ने इस केस में सबूतों को पुख्ता करने के लिए फेसबुक से मदद मांगी है। पुलिस विभाग ने एफबी को लेटर लिखकर ये पूछा है कि जय वाजपेयी ने फेसबुक पर लग्जरी कारों के साथ फोटो कब पोस्ट की थी।
कोर्ट में पेश होगा ये सबूत
जानकारी के मुताबिक, कानपुर में हुए शूटआउट के बाद विकास दुबे और उसके साथियों को फरार कराने के लिए जय बाजपेई ने अपनी तीन लग्जरी कारों को भेजा था। जय ने उन कारों की 3 फोटो पूर्व में फेसबुक पर अपलोड किया था। इसी के चलते अब पुलिस ने फेसबुक से सवाल पूछा है कि फोटो जय वाजपेयी ने कब और कहां अपलोड की है?
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इसके साथ ही फोटोज अपलोड करने वाले सिस्टम का IP अड्रेस और नाम क्या है? वहीं पुलिस ने चार्जशीट में जय की कार की डिलीवरी लेते हुए फोटो भी शामिल की है। पुलिस ने तीनों कारों की एजेंसी के अधिकारी और बैंक प्रबंधन को गवाह बनाया है। सभी के खातों का स्टेटमेंट भी पुलिस ने दाखिल किया है।
चार जुलाई को मिली थीं कारें
गौरतलब है कि बीते 4 जुलाई को विजय नगर से वरना, फॉर्च्यूनर और ऑडी कारें लावारिश हालत में बरामद हुई थीं। इसमें से फॉर्च्यूनर गाड़ी में सचिवालय का पास लगा हुआ था। काकादेव पुलिस ने जयकांत वाजपेयी के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने लग्जरी कार में सचिवालय का फर्जी पास लगाने के मामले में 500 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है। इसमें जय वाजपेयी के साथ ही कार के मालिक राहुल सिंह को सह आरोपी बनाया है।
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