Lucknow Girl Case: पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत लेकर कोर्ट पहुंचा कैब ड्राइवर, लगाए गंभीर आरोप

लखनऊ थप्पड़ कांड मामले में अब नया मोड़ आता दिखाई दे रहा है। दरअसल, कैब ड्राइवर ने अब मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। उसने अपनी अर्जी में कृष्णानगर थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर महेश कुमार, दारोगा मो. मन्नान, हरेंद्र सिंह और तीन-चार अज्ञात सिपाहियों को विपक्षी पक्षकार बनाया है। कैब ड्राइवर का कहना है कि मामले के बाद से लगातार पुलिसकर्मी थप्पड़ मारने वाली लड़की का साइड ले रहे थे। उन्होंने ड्राइवर को परेशान भी किया। इतना ही नही कैब ड्राइवर का आरोप है कि उसे एनकाउंटर तक की धमकी दी गई थी।


कैब ड्राइवर ने लगाए ये आरोप

जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के कैब ड्राइवर सहादत अली सिद्दकी ने पुलिसवालों पर अपने पद के कर्तव्‍यों से परे जाकर अत्‍याचार, गुंडागर्दी, छिनैती, कूटरचना और अवैध हिरासत में रखने जैसे आरोप लगाए हैं। उसने अदालत से इन सबके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने की मांग की है। उसकी अर्जी पर सीजेएम रवि कुमार गुप्ता ने फिलहाल थाने से रिपोर्ट तलब की है।


कैब ड्राइवर ने बताया ये

कैब ड्राइवर का कहना है कि थप्पड़ कांड वाली रात घटना के समय वहां ट्रैफिक पुलिस के एक कांस्‍टेबल और दारोगा भी मौजूद थे लेकिन दोनों ने लड़की को रोकने की कोई कोशिश नहीं की। कुछ समय बाद थाना कृष्णानगर की पुलिस आई। पुलिस उसे और लड़की को थाने ले गई। वहां उसने (कैब ड्राइवर) ने थाना प्रभारी महेश कुमार को पूरी घटना बताई लेकिन पुलिस उसकी बात ही नहीं सुन रही थी। पुलिस ने लड़की और उसके परिवार वालों के दबाव और व्यक्तिगत संबधों के चलते उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। उल्‍टे उसे ही लॉकअप में बंद कर दिया। फिर लड़की को छोड़ दिया।


बात यहीं नहीं थमी, रात में सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर उसके भाई इनायत अली और दाउद अली को घटना की जानकारी हुई तो वे थाने पहुंचे। उन्‍होंने प्रभारी निरीक्षक से कहा कि जब मेरे भाई को कोई गलती नहीं है, तो उसे क्यों बंद रखा गया है। इस पर पुलिसवालों ने गाली देते हुए लाठी से उनकी पिटाई शुरू कर दी। उन सभी को कस्‍टडी में ले लिया। पुलिस ने धमकी दी कि चुपचाप अपनी गलती कबूल कर लें वर्ना झूठे मुकदमे में चालान कर देंगे। एनकाउंटर करने की भी धमकी दी। इसके बाद दस हजार रुपए जबरन वसूल कर दूसरे दिन मेरी गाड़ी छोड़ दी। फिर बिना कोई अपराध बताए सभी का चालान कर दिया।


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