अभी तांडव वेब सीरीज की मुश्किलें ख़त्म नहीं हुईं है कि अब मिर्ज़ापुर वेब सीरीज के निर्माताओं की परेशानी बढ़ने वाली है। दरअसल, कुछ दिन पहले मिर्जापुर वेब सीरीज के निर्माताओं को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया था। जिसके बाद अब मिर्ज़ापुर पुलिस को मुंबई डीसीपी क्राइम से वेब सीरीज के निर्माताओं से पूछताछ करने की अनुमति मिल गई है। पुलिस टीम अब सभी के नाम पता खोजकर कभी भी कार्रवाई कर सकती है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को जब मिर्जापुर पुलिस आरोपितों का बयान लेने के लिए फरहान अख्तर के घर के पास पहुंची तो मुंबई पुलिस ने ला एंड आर्डर बिगड़ने की बात कहकर जांच करने से रोक दिया। जिसके बाद शुक्रवार को जांच टीम अंधेरी स्थित डीसीपी क्राइम अकबर पठान से मिले। इसके बाद उन्होंने जांच की इजाजत दी।
अनुमति मिलने के बाद मिर्जापुर पुलिस टीम बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंची। वहां नामजद आरोपियों के नाम और पते का वेरिफिकेशन किया। शनिवार को टीम इनके आवास पर जाकर बयान लेगी। टीम के प्रभारी निरीक्षक विजय चौरसिया ने बताया कि अनुमति मिल गई है। आरोपियों के नाम और पते की पड़ताल की जा रही है। जल्द ही पूछताछ शुरू की जा सकती है।
लगा है ये आरोप
गौरतलब है कि सीरीज पर मिर्जापुर की छवि को बदनाम करने का आरोप लगा है। ये भी आरोप लगाया गया है कि एक युवक को इसलिए दूसरे राज्य में नौकरी नहीं मिली क्योंकि वो मिर्जापुर का रहने वाला था। मिर्जापुर जिले के चिलबिलिया भुइली निवासी अरविंद चतुर्वेदी ने निर्माताओं के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है।
लोगों की मानें तो सीरीज में मिर्जापुर को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया है। इससे इस जगह की छवि खराब हुई है और धार्मिक, क्षेत्रीय व सामाजिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया है। मामले में मिर्जापुर वेब सीरीज से जुड़े रितेश साधवानी, फरहान अख्तर और भौमिक गोडलिया और अमेजन प्राइम पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
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