शाबाश, ये है योगी की पुलिस, दारोग़ा के हत्यारों को सिर्फ 13 दिनों में पहुंचाया ऊपर, एक लाख का था ईनाम

कुछ दिन पहले मुजफ्फरनगर (muzafarnagar) जिले में पुलिस टीम पर हमला करके एक अपराधी को बदमाश छुड़ा कर ले गये थे. इस दौरान एक दारोगा को गोली लगी थी, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. अपने विभाग के दारोगा की मौत का बदला आखिर जिले की पुलिस ने लिया. दरअसल, मंगलवार की तड़के बदमाशों और भागे हुए अपराधी समेत उसके साथी की भिडंत हो गयी. इस दौरान फरार बदमाश और उसका साथी पुलिस की गोली से ढेर हो गया. इस मुठभेड़ का नेतृत्व खुद जोन के ADG प्रशांत कुमार ने किया.


काफी दिन से चल रहा था चेकिंग अभियान

जानकारी के मुताबिक, बीते दो जुलाई के बाद से मुजफ्फरनगर पुलिस को पुलिस कस्टडी से फरार एक लाख के इनामी बदमाश रोहित सांडू की तलाश थी. पुलिस की टीमें लगातार इस अपराधी को पकड़ने के लिए चेकिंग कर रही थी लेकिन तब भी हाथ खाली थे.


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मंगलवार को मुज़फ्फरनगर (muzafarnagar) नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में सघन चैकिंग के दौरान संदिग्ध बाइक सवार जब गुजरे तो पुलिस ने उन्‍हें रोकने का प्रयास किया. इस दौरान बाइक सवार ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग में एक दारोगा अजय कुमार और सिपाही विनीत कपासिया गोली लगने से घायल हो गए. पुलिस ने भी घेराबंदी कर बदमाशों पर जवाबी फायरिंग की जिसमें रोहित सांडू और उसका साथी राकेश यादव पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गए.


पुलिस टीम पर हमले में गयी थी दारोगा की जान

पिछले दिनों मुज़फ्फरनगर (muzafarnagar) में रोहित को पेशी पर ले जाए जाने के दौरान उसके साथियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था और उसे छुड़ा ले गए थे. इस हमले में दरोगा दुर्ग विजय सिंह शहीद हो गए थे. मारे गए अपराधियों के पास से दो पिस्तौल और एक बाइक बरामद की गई है. राकेश पर 10 से ज्यादा अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.


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