पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले भगोड़े आईपीएस अरविंद सेन की मुश्किलें अब बढ़ती जा रही हैं। दरअसल, प्रशासन ने उनके ऊपर घोषित किए गए इनाम की राशि को दोगुना कर दिया है। इससे पहले आईपीएस के घर में डुगडुगी पिटवाकर कुर्की का नोटिस चिपकाया गया था। बावजूद इसके अभी भी आईपीएस फरार हैं।
ईनाम की राशि हुई 50 हजार
जानकारी के मुताबिक, पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर घोटाला करने वाले आरोपी भगोड़े आईपीएस अरविन्द सेन यादव पर इनाम की राशि 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई है। सोमवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने यह फैसला किया। जॉइंट पुलिस कमिश्नर (अपराध) नीलाब्जा चौधरी कि फरार आईपीएस की तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही है, पर सफलता हाथ नहीं लग रही।
इससे पहले न्यायालय से भगोड़ा घोषित अरविंद के गोमतीनगर के विराटखंड और अयोध्या स्थित आवास पर कुर्की का नोटिस चस्पा कर डुगडुगी पिटवाई गई थी। बीते सप्ताह अरविंद की लोकेशन बाराबंकी टोल गेट पर मिलने से सतर्क पुलिस ने वहां घेराबंदी की, लेकिन उनका पता नहीं चला।
इस मामले में है फरार
इंदौर के व्यापारी मंजीत भाटिया ने इसी साल 13 जून को हजरतगंज कोतवाली में 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी। एसटीएफ की जांच में अरविन्द सेन का नाम भी सामने आया था। इसके बाद ही उन्हें भी इस मामले में आरोपी बना दिया गया था। अरविन्द सेन को पकड़ने में एसटीएफ भी लगी हुई थी। पर, वह हाथ नहीं आ रहे थे।
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