अक्सर ऐसा देखा जाता है कि गर्मी, धुप या लगातार ड्यूटी करने की वजह से महिला पुलिसकर्मी चक्कर खाकर गिर जाती हैं. इसी के चलते एसपी देवरिया (Deoria) ने एक ऐसा आदेश दिया है, जिसका सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है. दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल एक लेटर में ये कहा गया है कि जिले की सभी महिला सिपाहियों का मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा. जिसका रिजल्ट आने के बाद जो महिला आरक्षी मानकों के अनुरूप होगी, उसको सेवामुक्त करने पर विचार किया जायेगा.
एसपी के आदेश की कॉपी हुई वायरल
जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर देवरिया (Deoria) एसपी के आदेश का एक लेटर वायरल हो रहा है. जिसमे ये कहा गया है कि, प्राय देखा जाता जा रहा है कि इस जनपद में नियुक्त अधिकांश महिला आरक्षी ड्यूटी के दौरान चक्कर खाकर गिर जाती हैं, जिससे सार्वजानिक स्थलों पर असहज स्थिति उत्पन्न होने के साथ जनता में पुलिस की छवि धूमिल होती है. थानों पर भ्रमण के दौरान भी यह पाया गया है कि कतिपय महिला आरक्षी प्रथम द्रष्टया आरक्षी मानक के अनुरूप प्रतीत नहीं होती हैं. इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए जनपद में नियुक्त सभी महिला सिपाहियों का मेडिकल टेस्ट करना जरूरी है.
अतः आप सभी को निर्देशित किया जाता है कि आप अपने अधीनस्थ नियुक्त महिला सिपाहियों को अपने स्तर से अवगत करा दें कि वह अपने स्वास्थ्य पर समुचित ध्यान दें. एक माह बाद आपके अधीनस्थ नियुक्त महिला सिपाहियों का मेडिकल कराय जायेगा. यही कोई महिला इस दौरान अनफिट मिली तो अग्रिम कार्रवाई करते हुए उसे आरक्षी पद से सेवामुक्त किये जाने पर विचार किया जायेगा.
एसपी का हो रहा विरोध
इस लेटर के वायरल होने के बाद एसपी देवरिया (Deoria) का काफी विरोध हो रहा है. लोगों का कहना है कि जब शरीर में पानी की कमी होती है तो चक्कर आता है, अधिकांश महिला आरक्षी पानी की सिर्फ कुछ घूंट ही लेतीं हैं, क्योंकि 12-14 घंटे की सार्वजनिक स्थान की ड्यूटी में शौचालय की व्यवस्था नहीं है, सार्वजनिक स्थान तो छोड़िये आपके कई थानों/चौकियों में उनके लिए शौचालय/स्नानघर की व्यवस्था नहीं है. कभी गौर फरमाइये सिर्फ सेवा समाप्ति इसका विकल्प नही है.
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