राफेल लड़ाकू विमान खरीद में भ्रष्टाचार के आरोपों पर मायावती बोलीं- कांग्रेस के शासन काल से चल रहे रक्षा सौदों में कमीशन पर लगे विराम

बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati ) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से राफेल लड़ाकू विमान की खरीद में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर फ्रांस में शुरू हुई जांच से उठे विवाद का संतोषजनक निपटारा करने की गुजारिश की है। बीएसी चीफ ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार द्वारा राफेल लड़ाकू विमान की खरीद में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर फ्रांस की सरकार द्वारा बैठाई गई न्यायिक जाँच की खबर देश-दुनिया में बड़ी सुर्खियों में आने से यह मामला फिर से ताज़ा होकर जनचर्चाओं में आ गया है। केन्द्र की सरकार भी इसका उचित संज्ञान ले तो बेहतर।


उन्होंने कहा कि वैसे रक्षा सौदों में कमीशन का आरोप-प्रत्यारोप व इसकी जाँच आदि होना यहाँ कोई नया नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार के समय से ही पुराना ज्वलन्त अध्याय है किन्तु केन्द्र की वर्तमान सरकार राफेल विवाद को जनसंतोष के मुताबिक निपटारा करके इस मुद्दे को विराम दे तो यह उचित, ऐसा बीएसपी का मानना है।


गौरतलब है कि फ्रांस की एक वेबसाइट के दावे के मुताबिक, भारत के साथ 59,000 करोड़ रुपये के राफेल विमानों के सौदे को लेकर फ्रांस में न्यायिक जांच शुरू हो गई है। फ्रांसीसी सरकार ने एक न्यायाधीश को राफेल सौदे की जांच का जिम्मा सौंपा है, जो सौदे में भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोपों की जांच करेंगे।


फ्रांसीसी मीडिया जर्नल मीडियापार्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2016 में दोनों देशों के बीच हुई इस डील की अत्यधिक संवेदनशील जांच औपचारिक तौर पर 14 जून से शुरू हो गई थी। फ्रांसीसी वेबसाइट ने अप्रैल 2021 में राफेल सौदे में कथित अनियमितताओं को लेकर कई रिपोर्ट प्रकाशित की थीं। 2016 में भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की ख़रीद का सौदा किया था, जिसमें से 24 विमान अब तक भारत को मिल चुके हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने सामने आ गई हैं।


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