जानिए कौन हैं अनिल सौमित्र, जिनकी गांधी पर टिप्पणी ने उन्हें दिखाया BJP से बाहर का रास्ता

गांधी और गोडसे विवाद में एक बार फिर भाजपा 2 खेमों में बंटती नजर आ रही है. पीएम नरेंद्र मोदी सहित अमित शाह की टीम महात्मा के गांधी के साथ है परंतु पार्टी के भीतर ही कुछ लोग गोडसे का समर्थन कर रहे हैं. इसी के चलते भाजपा में कार्रवाई शुरू हो गई है. पीएम मोदी और अमित शाह ने नाराजगी जताते हुए एमपी बीजेपी के मीडिया संपर्क प्रमुख अनिल सौमित्र को सभी पदों से सस्पेंड कर दिया है.


पार्टी द्वारा यह कार्यवाई सौमित्र द्वारा सोशल मीडिया पर पार्टी के आचार, विचार और सिद्वांत के विरूद्व जाकर की गई टिप्पणी को घोर अनुशासनहीनता मानते हुए की है. जानकारी के मुताबिक सौमित्र से 7 दिवस के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है.


दरअसल, अनिल सौमित्र ने महात्मा गांधी को लेकर फेसबुक पर लिखा “राष्ट्रपिता थे, लेकिन पाकिस्तान राष्ट्र के. भारत राष्ट्र में तो उनके जैसे करोड़ों पुत्र हुए. कुछ लायक तो कुछ नालायक. सौमित्र ने कहा कि कांग्रेस ने उनको राष्ट्र का पिता बताया, राष्ट्र का कोई पिता नहीं होता पुत्र होता है. चर्च में होते हैं फादर, कांग्रेस ने उसका हिंदी रूपांतरण पिता कर दिया. सौमित्र ने आगे कहा कि रही बात पाकिस्तान की तो पाकिस्तान का निर्माण गांधी जी के प्रयासों से हुआ. जिन्ना और नेहरू के सपनों को उन्होंने साकार किया”


अनिल सौमित्र आख़िर हैं कौन? बीजेपी से इतर उनकी पहचान मीडिया एक्टिविस्‍ट और सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी है. उनका संबंध मुज़फ्फरपुर (बिहार) से है. यही शहर उनकी जन्मस्थली है. मुज़फ्फरपुर के एक गांव में जन्माष्टमी के दिन उनका जन्म हुआ था.


अनिल सौमित्र ने दिल्ली स्थित भारतीय जनसंचार संस्थान से पत्रकारिता की पढ़ाई की है. बाद में वह भोपाल में एक एनजीओ से जुड़ गए. उसके बाद वह रायपुर में एक सरकारी संस्थान में निःशक्तजनों की सेवा करने में जुट गए. अनिल सौमित्र भोपाल में आरएसएस के मुखपत्र ‘पांचजन्‍य’ के विशेष संवाददाता भी रहे. सौमित्र कई पत्र-पत्रिकाओं में नियमित तौर पर लिखते रहते हैं.


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