संवैधानिक संस्थाओं के दुरूपयोग के आरोपों पर पीएम मोदी बोले- उल्टा चोर चौकीदार को डांटे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में गुरुवार को कांग्रेस और यूपीए सरकार को जमकर निशाने पर लिया. पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि मैं सरकार के मुखिया होने के नाते राष्ट्रपति जी का हृदय से आभारी हूं. उन्होंने कहा कि सरकार की पहचान ईमानदारी के लिए है. पारदर्शिता के लिए है. गरीबों के लिए है. भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के लिए है और तेज गति से काम करने के लिए है. उन्होंने कहा कि सरकार की पहचान गरीब कल्याण के लिए हैं.


पीएम मोदी ने कहा कि सदन में एक सार्थक चर्चा की कोशिश हुई है और सदन ने जिस प्रकार से उनको सुना इसके लिए मैं पूरे सदन का धन्यवाद करता हूं. कुछ आलोचनाएं भी हुईं. कुछ बिना सिर पैर की भी बातें हुईं. लेकिन मैं मानता हूं कि यह चुनाव का वर्ष है. स्वावभाविक है कि हर किसी की मजबूरी है… कुछ न कुछ बोलना ही पड़ता है. ये भी सही है कि यहां से जाने के बाद हमें जनता को अपने काम का हिसाब देना है. उन्होंने कहा कि मैं आप सभी को चुनाव में हेल्दी कम्पटीशन के लिए शुभकामनाएं देता हूं. मैं करोड़ों युवाओं का अभिनंदन करना चाहता हूं जो लोकसभा चुनाव के लिए पहली बार वोट देने वाले हैं. उन्होंने कहा कि देश युवा पीढ़ी ही नई दिशा देगी.


पीएम मोदी ने कहा कि हम वो नहीं हैं जो चुनौतियों से भागते हैं. हम चुनौतियों का सामना करते हैं और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम करते हैं. उन्होंने कहा कि आज खड़गे जी ने कहा कि मोदी जी जो बाहर बोलते हैं, वही राष्ट्रपति ने यहां कहा. इसका तात्पर्य है कि आप मानते हैं की आप बाहर कुछ और अंदर कुछ और बोलते हैं और हम हमेशा सच बोलते हैं वह संसद हो या कोई जनसभा. उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में आपातकाल थोपा कांग्रेस ने, लेकिन कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है. सेनाध्यक्ष को गुंडा कांग्रेस ने कहा, और कहते हैं कि मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है.


पीएम ने दावा किया कि पहले जो कल्चर था कि नामदार को एक फोन पर लोन दे दिए जाते थे. इसके बाद उसे कोई पूछने वाला नहीं होता था कि वह लोन वापस आया या नहीं. पीएम ने आंकड़े गिनाते हुए कहा कि आजादी के बाद 2008 तक 18 लाख करोड़ का कर्ज दिया. लेकिन सत्ता भोग की जो नीति रही उसमें यह देखा ही नहीं गया कि पैसे कहां जा रहे हैं. पीएम ने यह भी बताया कि 2008 से 2014 तक कुल 6 वर्षों में यह 52 लाख करोड़ हो गया. यह फोन बैंकिंग से हुआ लोगों के पैसे को लूटा जा रहा था. यह पता ही नहीं चल पा रहा था कि पैसे कहां चले गए.


पीएम मोदी पर विपक्ष संस्थाओं को बर्बाद करने का आरोप लगाता रहा है. इस पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा, ‘कहा जा रहा है कि मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है. एक कहावत है- उल्टा चोर चौकीदर को डाटे.’ पीएम ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘देश में आपातकाल थोपा कांग्रेस ने, सेना को अपमानित किया कांग्रेस ने, सेनाध्यक्ष को गुंडा कहा कांग्रेस ने, कहानियां गढ़ी गईं तख्तापलट की… इन सबके बाद भी आप कहते हैं कि मोदी देश की संस्थाओं को बर्बाद कर रहे हैं.’


देखिये पीएम मोदी का भाषण



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