हरदोई में सपा ने हिस्ट्रीशीटर कुख्यात अपराधी को बनाया जिलाध्यक्ष, बीजेपी बोली- जितना बड़ा माफिया, यहां उसे उतना बड़ा ईनाम

हरदोई: समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) के निर्देश पर यूपी प्रदेश अध्यक्ष उत्तम पटेल ने सूबे के कई जिलों के लिए नए जिलाध्यक्ष की घोषणा कर दी है. सपा की तरफ से आई इस सूची को देखते ही हंगामा मच गया. दरअसल पार्टी ने हरदोई (Hardoi) से जिस वीरेंद्र यादव उर्फ वीरे यादव (Virendra Yadav alias Veere Yadav Hardoi) को अपना जिलाध्यक्ष बनाया है, उसपर हरदोई, कन्नौज और फर्रूखाबाद में हत्या, जानलेवा हमला, चोरी और गैंगेस्टर समेत 28 मामले दर्ज हैं. हिस्ट्रीशीटर वीरे यादव को जिलाध्यक्ष बनाए जाने पर भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है. बीजेपी का कहना जो जितना बड़ा अपराधी होता है, सपा उसे उतना ही बड़ा ईनाम देती है. यही इनका चाल और चरित्र है.

भाजपा जिला अध्यक्ष सौरभ मिश्रा ने कहा कि यही समाजवादी पार्टी का असली चेहरा है. यही उनका असली चरित्र है. उनकी कथनी और करनी का जो भेद है, वह सपा जिलाध्यक्षों की घोषणा हो रही है खासकर हरदोई में जो जिलाध्यक्ष की घोषणा है उसमें प्रदर्शित हो रही है, समाजवादी पार्टी जब आगे बढ़ी आपने देखा होगा माफियाओं को राजनीति में इंट्री देने का काम उन्होंने ही किया, भ्रष्टाचारियों को राजनीति में इंट्री देने का काम उन्होंने ही नहीं किया.

अपराधियों को शरण देने का जो कल्चर आया था राजनीति में माफियाओं का भ्रष्टाचारियों का उन सबका कल्चर समाजवादी पार्टी ने ही शुरू किया था, क्योंकि वह भय की राजनीति करते रहे हैं,भय से सत्ता हासिल करते रहे हैं,आज जो जिलाध्यक्ष की वो घोषणाएं कर रहे हैं और खासकर आज जो हरदोई में जिलाध्यक्ष की घोषणा की है जिस पर दो दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं,यही उनका असली चरित्र है.

बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी पर गुंडों माफियाओं को पुष्पित पल्लवित कर संरक्षण देने के आरोप लगते रहे हैं. कई गुंडे माफिया तो समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद और विधायक भी बने चुके हैं. ऐसे में सपा की पूर्ववर्ती सरकारों में गुंडों माफियाओं को संरक्षण देकर उत्पीड़न के आरोप भी जगजाहिर हैं. बीजेपी समाजवादी पार्टी को तत्कालीन सपा सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर घेरने की कोशिश करती है.

ऐसे में गुंडों माफियाओं को संरक्षण देने के आरोपों से घिरी रहने वाली समाजवादी पार्टी के हिस्ट्रीशीटर वीरे यादव को जिलाध्यक्ष बनाए जाने को लेकर सपा एक बार फिर विवादों में घिर गई है. सपा का हिस्ट्रीशीटर वीरे यादव पर दांव लगाने का यह फैसला उल्टा पड़ेगा या कारगर साबित होगा यह जरूर देखने वाली बात होगी. फिलहाल, बीजेपी सपा के इस फैसले को लेकर हमलावर है और इसे सपा का चरित्र बता रही है.

कुख्यात अपराधी है वीरे यादव 

बता दें कि वीरे यादव हरदोई का एक कुख्यात अपराधी है जिसके खिलाफ हरदोई, कन्नौज और फर्रुखाबाद जिले में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. वीरे के खिलाफ सन 1988 में जिले के थाना कोतवाली देहात में चोरी का पहला मामला दर्ज हुआ था, जिसके बाद वीरे के मुकदमों की फेहरिश्त लंबी होती चली गई. थाना अरवल में ग्राम उमरौली से लगा हुआ पुरवा बरगदापुर के रहने वाले सपा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष वीरे यादव थाने के हिस्ट्रीशीटर अपराधी है. उसके खिलाफ जिले के कई थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी, अपहरण, रंगदारी, गैंगस्टर, दलित उत्पीड़न और गुंडा एक्ट जैसे तकरीबन 28 संगीन मामले दर्ज हैं.

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