राजधानी लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में कैंसर पीड़ित महिला से धक्का-मुक्की और उनके बेटे को दौड़ाकर पीटने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस घटना से करीब 50 मिनट पहले ही केजीएमयू के ब्राउन हॉल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने कर्मचारियों को मरीजों से अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी थी। बावजूद इसके केजीएमयू कर्मचारियों ने कैंसर पीड़ित बुजुर्ग महिला को धक्का देकर गिरा दिया और उनके बेटे को विरोध करने पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
तीन कर्मचारियों को केजीएमयू प्रशासन ने किया बर्खास्त
सूत्रों ने बताया कि कैंसर पीड़िता के बेटे से मारपीट के दौरान ओपीडी ब्लॉक में अफरा-तफरी मच गई थी। वहीं, वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद केजीएमयू प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए घटना में शामिल तीन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है।
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बताया जा रहा है कि कैसेर पीड़िता गुरुवार को केजीएमयू न्यू ओपीडी बिल्डिंग में अपने बेटे कौशलेंद्र के साथ इलाज के लिए आईं थी। जब उनके बेटा पर्चा काउंटर पर पर्चा बनवा रहा था। तभी बुजुर्ग कैंसर पीड़िता को पेशाब महसूस हुई। बुजुर्ग मरीज चलने में असमर्थ थी। ऐसे में पास ही कर्मचारियों के लिए बने शौचालय का बुजुर्ग महिला ने इस्तेमाल कर लिया। इसी बात पर भड़के पर्चा काउंटर के कर्मचारियों ने बुजुर्ग को फटकार लगा दी। इस दौरान कुछ ने कैंसर पीड़िता को धक्का देकर गिरा दिया।
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वहीं, जब बुजुर्ग मरीज के बेटे ने कर्मचारियों को रोकने की कोशिश की तो कर्मचारियों ने उसे दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। सूत्रों का कहना है कि कर्मचारियों की हरकत से हुई किरकिरी के बाद चीफ प्रॉक्टर डॉक्टर आरएएस कुशवाहा ने न्यू ओपीडी भवन के प्रभारी डॉक्टर मनीष वाजपेई से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने चौक कोतवाली को खत लिखकर कार्रवाई करने की बात कही है। वहीं, मारपीट करने वाले तीन कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया है।
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