राम मंदिर निर्माण तक न बैठने का लिया संकल्प, 8 साल से खड़े-खड़े इंतजार कर रहे ये बाबा

अयोध्या में रामलला का मंदिर (Ram Mandir) बने. लाखों-करोड़ों देशवासियों का यह सपना रहा है, लेकिन चरणदास उर्फ खड़ेश्वरी बाबा (Khadeshwari Baba) ने रामलला को टाट से ठाठ तक पहुंचाने का जो संकल्प लिया है, वह वास्तव में चौंकाने वाला है. आठ साल से वह दिनरात खड़े रहकर मंदिर निर्माण का इंतजार कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद उन्हें संकल्प पूरा होने उम्मीद है, लेकिन मंदिर निर्माण होने तक वह अपने प्रण पर अडिग हैं.


बटेश्वर में चल रहे वार्षिक कार्तिक मेले में चरणदास उर्फ खड़ेश्वरी बाबा को देखने-सुनने वालों की भीड़ जुटी रही. दरअसल, वह अपने गुरु की प्रतिज्ञा पूरी करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. आठ वर्ष से खड़े रहने से उनके पांव फूल गए हैं, लेकिन संकल्प इतना कठोर कि वे मानने को तैयार ही नहीं हैं. वे कहते हैं अब तभी बैठेंगे जब प्रतिज्ञा पूरी होगी. खड़ेश्वरी बाबा बताते हैं कि वर्ष 1999 में फीरोजाबाद के कन्हैयानगर आश्रम के उनके गुरु महंत पागलदास बाबा ने प्रतिज्ञा ली थी कि जब तक राममंदिर का निर्माण नहीं हो जाता, वे जमीन पर खड़े रहेंगे. बैठेंगे नहीं. उन्होंने खड़े रहकर घोर तपस्या की और जीवन काट दिया.


खड़ेश्वरी बाबा कहते हैं कि 20 दिसंबर, 2011 को बाबा पागल दास ने शरीर त्याग दिया. गुरुजी की प्रतिज्ञा पूरी नहीं हुई तो उन्होंने उनका प्रण पूरा करने की ठानी. 2011 से आज तक वह भी खड़े होकर ही सारे कार्य संपन्न करते हैं. झूले के सहारे झपकी लेकर समय व्यतीत कर रहे हैं. वे कहते हैं कि निश्चित तौर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नई उमंग आई है, लेकिन प्रण तभी पूरा होगा, जब रामलला तिरपाल से हटकर भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे.


गुरुजी जहां खड़े हो जाते फर्श भीग जाता था

पागलदास बाबा खड़े-खड़े ही ब्रह्मलीन हो गए, लेकिन वचन नहीं त्यागा. चरणदास उर्फ खड़ेश्वरी बाबा कहते हैं कि एक समय ऐसा आया कि गुरुजी के पांव दरकने लगे. उनमें से खून और मवाद इस कदर बहता था कि जहां खड़े हो जाएं, जमीन का फर्श कुछ ही देर में भीग जाता था. रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाएं पर वचन न जाई. यही चौपाई उनके जीवन का आधार बन गई.


Also Read: आगरा का नाम बदलकर ‘अग्रवन’ करने की तैयारी में योगी सरकार, जुटाए जा रहे साक्ष्य


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )