साल 2030 तक भारत के 7,300 अरब डॉलर की जीडीपी के साथ जापान को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। इसी के साथ भारत एशिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। एसएंडपी ग्लोबल इंडिया (S&P Global India) विनिर्माण ने अपने नवीनतम खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) में यह बात कही।
जीडीपी 6.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद
साल 2021 और 2022 में दो वर्षों की तीव्र आर्थिक वृद्धि के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था ने इस साल भी निरंतर वृद्धि दिखाना जारी रखा। मार्च 2024 में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.2-6.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
इससे भारतीय अर्थव्यवस्था इस वित्त वर्ष में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होगी। अप्रैल-जून तिमाही में एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही। एसएंडपी ग्लोबल ने कहा कि 2024 में लगातार तीव्र विस्तार का अनुमान है, जो घरेलू मांग में मजबूत वृद्धि पर आधारित है।
जीडीपी 7300 अरब डॉलर होने का अनुमान
अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में मापी गई भारत की वर्तमान कीमतों की जीडीपी 2022 में 3500 अरब डॉलर से बढ़कर 2030 तक 7300 अरब डॉलर होने का अनुमान है। आर्थिक विस्तार की इस तीव्र गति के परिणामस्वरूप 2030 तक भारतीय जीडीपी का आकार जापानी जीडीपी से अधिक हो जाएगा, जिससे भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।