उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रतापगढ़ (Pratapgarh) जनपद में दिवंगत पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव (Sulabh Srivastava) की पत्नी रेणुका को नगर पंचायत कोहंडौर में कार्यालय सहायक के पद पर नौकरी दी है। इसकी पुष्टि नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुशील रघुवंशी ने की है। बीती 13 जून को संदिग्ध परिस्थिति में सुलभ की मौत हो गई थी। परिवार वालों ने एक शराब माफिया पर हत्या का आरोप लगाया था। साथ ही मुआवजे के रूप में एक करोड़ रुपए, पत्नी रेणुका को नौकरी और बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था की मांग की थी। इसमें जिला प्रशासन की पहल पर गुरुवार को पत्नी रेणुका को नौकरी मिल गई है।
इस मामले में एडीजी प्रयागराज जोन के निर्देश पर एएसपी (पूर्वी) के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की गई है। संदिग्ध परिस्थिति में पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत पर लोगों का आक्रोश सड़क पर फूटा था। लोगों ने हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। यही नहीं, पत्रकारों व सियासियों ने एडीजी, डीएम, एसपी के सामने धरना दिया था।
पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव को काफी दिनों से अपनी जान पर खतरा मंडरा रहा था। उन्हें लगता था कि उनका कोई अक्सर पीछा करता रहता है। यह बात उन्होंने अपनी पत्नी को भी बताई थी। उन्होंने एडीजी प्रयागराज को वाट्सएप पर पत्र भेजकर अपनी हत्या की आशंका जताई थी। पत्र में उन्होंने कहा था कि नौ जून को उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर शराब माफियाओं के खिलाफ खबर चलाई थी। ऐसे में शराब माफिया उन्हें और उनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बता दें इस मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए पत्रकार सुलभ की मौत की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। उन्होंने पत्र में लिखा था कि कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है और अलीगढ़ से प्रतापगढ़ तक शराब माफिया नकली शराब के कारोबार में लिप्त पाए गए हैं, सैकड़ों लोग मारे गए हैं और जो पत्रकार उन्हें उजागर कर रहे थे, उन पर हमला किया गया है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद मुहैया कराने की भी मांग की है।
यही नहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी योगी सरकार से मांग की थी इस मामले की अविलंब, निष्पक्ष व विश्वसनीय जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करे। मायावती ने ट्वीट कर कहा था कि यूपी में शराब माफियाओं आदि का आतंक किसी से भी छिपा हुआ नहीं है, जिनके काले कारनामों को उजागर करने पर ताजा घटना में प्रतापगढ़ जिले के टीवी पत्रकार की नृशंस हत्या अति-दुःखद है। सरकार घटना की अविलम्ब, निष्पक्ष व विश्वसनीय जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग है।
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