उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का करप्शन के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस (Zero Telerence) की नीति जारी है. सीएम ने भ्रष्टाचार पर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए एक तत्कालीन अपर जिलाधिकारी, तत्कालीन उप जिलाधिकारी सहित 5 अधिकारियों पर कार्रवाई का हंटर चला दिया.
फर्रुखाबाद के तीन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जद में तत्कालीन अपर जिलाधिकारी, तत्कालीन प्राचार्य डायट रजलामई और फर्रुखाबाद कोषागार के एक लेखाकार आए हैं. इनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश हो गए हैं. दरअसल 2015-16 में यहां कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के शैक्षिक सत्र 2015-16 के दौरान खाद्यान्न आपूर्ति में भ्रष्टाचार हुआ था. इसकी पुष्टि जांच में हुई थी.
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती में गंभीर अनियमितता, कदाचार, अपकृत्य के दोषी तत्कालीन उपजिलाधिकारी, प्रयागराज (संप्रति, उपजिलाधिकारी, उन्नाव) की दो वेतनवृद्धि स्थायी रूप से रोकते हुए परिनिन्दित करने के आदेश दिए हैं. आरोप है इन्होंने भर्ती प्रक्रिया में शैक्षिक प्रमाण पत्रों के मिलान करने, आरक्षण के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने और अंतिम परिणाम जारी करने से पहले परिणम परीक्षण करने के दायित्व निर्वहन में अनियमितता की.
अलीगढ़ के अधिशासी अभियंता निलंबित
वहीं अलीगढ़ में सीएम योगी ने मनरेगा अंतर्गत निर्धारित कार्यों की प्रगति अत्यंत खराब होने तथा उच्चाधिकारियों के आदेशों, निर्देशों की अवहेलना के आरोपों में अधिशासी अभियंता, लघु सिंचाई खंड-अलीगढ़, सम्बद्ध लघु सिंचाई विभाग, मुख्यालय लखनऊ को निलंबित करने के आदेश दिए हैं. इन पर शासकीय कार्यों में रुचि न लेने का आरोप है.
विभागीय कार्रवाई के आदेश
फर्रुखाबाद
तत्कालीन अपर जिलाधिकारी
तत्कालीन प्राचार्य डायट रजलामई
कोषागार के लेखाकार
वेतन रोकने का आदेश
प्रयागराज
तत्कालीन उपजिलाधिकारी, प्रयागराज (संप्रति, उपजिलाधिकारी, उन्नाव)
निलंबन
अलीगढ़
अधिशासी अभियंता, लघु सिंचाई खंड-अलीगढ़, सम्बद्ध लघु सिंचाई विभाग, मुख्यालय लखनऊ
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