अखिलेश सरकार में नगर विकास मंत्री रहे आज़म खान का शहर सबसे खराब

सपा सरकार में 5 साल तक नगर विकास मंत्री रहे आजम खान का शहर रामपुर रहने के लिहाज से सबसे खराब है. यह किसी राजनीतिक दल का आरोप नहीं है बल्कि केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी ‘जीवन सुगमता सूचकांक’ ( ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स) में रामपुर को मिली रैंकिंग यह बता रही है.

 

करीब एक दर्जन बिन्दुओं के आधार पर केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने देश भर के उन 111 शहरों की सुविधाओं का आकलन कराया है. जो स्मार्ट सिटी में चयनित होने के लिए आयोजित प्रतियोगिता में शामिल हुए थे. इस प्रतियोगिता में यूपी के 14 शहर शामिल हुए थे. जिसमें 10 शहरों का चयन स्मार्ट सिटी के रूप में किया गया था.

 

राजधानी दिल्ली को सूची में 65वें स्थान पर

राजधानी दिल्ली को सूची में 65वें स्थान पर रखा गया है. गंभीर वायु प्रदूषण की समस्या के चलते दिल्ली अन्य शहरों से बहुत पिछड़ गई. उत्तर प्रदेश का रामपुर आखिरी पायदान पर है. सूची  में अव्वल रहे पुणे में शुद्ध हवा, पानी, सुरक्षा, संरक्षा, रोजी रोजगार, आवास, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और मजबूत बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं. मध्य प्रदेश के इंदौर और भोपाल को टॉप टेन की सूची में जगह मिली है.

 

111 शहरों में से उत्तर प्रदेश के 14 शहर शामिल

टॉप टेन की सूची में पुणे, नवी मुंबई, ग्रेटर मुंबई, तिरुपति, चंडीगढ़, ठाणे, रायपुर, इंदौर, विजयवाड़ा और भोपाल का नाम है. चार वर्गो में विभाजित शहरों की सूची में भी उत्तर भारत के शहरों को जगह नहीं मिल पाई है. राष्ट्रीय स्तर पर चयनित 111 शहरों में से उत्तर प्रदेश के 14 शहरों को सर्वेक्षण के लिए चुना गया था. इनमें बनारस को 33वें, झांसी को 34वें, इलाहाबाद को 96वें, रायबरेली को 49वें, कानपुर को 75वें, लखनऊ को 73वें, आगरा को 55वें, अलीगढ़ को 86वें, बरेली को 81वें, मेरठ को 101वें, गाजियाबाद को 46वें, मुरादाबाद को 88वें, सहारनपुर को 103वें और रामपुर को 111वें पायदान पर रखा गया है.

 

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करेंआप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )