डेरेक ओ ब्राइन के आरोपों पर प्रशांत पटेल का पीएम मोदी को ‘खुला पत्र’

 

आम आदमी पार्टी के विधायकों की लाभ के पद मामले में सदस्यता रद्द कराने वाले और सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल ने ममता बनर्जी के सांसद डेरेक ओ ब्राइन के द्वारा राज्य सभा में लगाये गए आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा है।

 

 

प्रशांत पटेल ने पत्र में लिखा –

महोदय दिनाँक 26 जुलाई ,2018 को राज्य सभा में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेता व संसद डेरेक ओ ब्रायन द्वारा वक्त किया गया है कि मेरा ट्विटर हैंडल @ippatel भारत में सबसे अधिक घृणा व द्वेष फैलता है। राज्यसभा जो कि विद्वत जनो का संसद माना जाता है जिसे सदैव भारत की अनेक महान विभूतियों ने सुशोभित किया है वहां पर संसदीय विशेषाधिकार की आड़ लेकर भारत के एक सामान्य नागरिक की प्रतिष्ठा बिना किसी सबूतों और दस्तावेज के आधार पर धूमिल करना अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण हैं।

 

महोदय मई उत्तर प्रदेश के एक सामान्य गाँव के अत्यंत सामान्य परिवार व पिछड़ा पृष्ठभूमि से संबंध रखता हूँ जिसने बिना किसी बड़े नाम का सहारा लिए अपनी शिक्षा व योग्यता के बलबूते समाज में अपना स्थान बनाया हैं व आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार के विरुद्ध व अन्य सामाजिक विषयो पर संघर्षरत हूँ जिन्होंने सदैव अपनी पृष्ठभूमि का मजाक बनाया और आज भी आपको स्वीकार नही कर पाए, ठीक उसी प्रकार के हमले मेरे ऊपर किये जा रहे हैं।

 

संविधान सभी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता हैं, परंतु एक वर्ग द्वारा लगातार पता नहीं मुझसे क्या खतरा महसूस करके मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है और उसके लिए लोकतंत्र के मंदिर संसद का भी सहारा लिया गया। जबकि संसदीय विशेषाधिकार के चलते इस स्थिति में मै कुछ भी करने में असमर्थ हूँ। महोदय जहां एक तरफ एक वर्ग द्वारा असहिष्णुता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का शोर मचाया जाता है वहीं दूसरी ओर भारत के एक सामान्य नागरिक की अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के माध्यम से हनन करने का प्रयास किया जा रहा है। महोदय आप जनता के प्रधानमंत्री है और आप सदैव सोते जागते सामान्य जनता के हितो के लिए चिंतित व प्रयत्नशील रहते है। भारत के नागरिक यह अपेक्षा रखते है की भारत की संसद का उपयोग सामान्य जनता के हितो के विषयो को उठाने के लिए हो न कि सामान्य नागरिको की अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रा का हनन करने हेतु।

महोदय आप इस विषय का अवश्य संज्ञान लेंगे ऐसा मुझे पूर्ण विशवास है।

 

https://twitter.com/ippatel/status/1023126612726796288

 

 

जानिये क्या था पूरा मामला ?

तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राज्य सभा सांसद डेरेक ओ ब्राइन ने वकील प्रंशात पटेल को धमकाने के लिए राज्यसभा का उपयोग किया है। डेरेक ओ ब्राईन को सभापति वेंकैया नाडयू ने मना भी किया कि यह आपका पार्टी फोरम नहीं है कि जहां तहां की बात उठा लें लेकिन वे फिर भी नहीं माने और वकील प्रशांत पटेल को सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा घृणा फैलाने वाला सौदागर बता दिया। मालूम हो कि प्रशांत पटेल वही वकील है जिन्होंने केजरीवाल पार्टी को बेनकाब किया था। आम आदमी पार्टी का सारा काला चिट्ठा दुनिया के सामने ला दिया था।

 

https://twitter.com/ippatel/status/1022435479784849408

 

वहीं डेरेक ओ ब्राईन द्वारा राज्य सभा में दिए गए इस प्रकार के बयान पर प्रशांत पटेल ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने जो भी आज राज्यसभा में कहा है वह अनर्गल है। उन्होंने कहा है कि संसदीय अधिकार के तहत वे इस प्रकार किसी की प्रतिष्ठा पर आघात नहीं कर सकते। प्रशांत पटेल ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।