पाकिस्तान के पहले सिख पुलिस अधिकारी गुलाब सिंह के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस ने उनके साथ मारपीट कर उन्हें जबरन घर से निकाल दिया। दरअसल गुलाब सिंह लाहौर के डेरा चलक इलाके में रहते हैं। पाकिस्तान की पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें जबरन घर से निकाल दिया। इतना ही नहीं, उनकी पगड़ी खोलकर भी फेंक दी गई। इस दौरान गुलाब सिंह पुलिस से अनुरोध करते रह गए कि घर खाली करने के लिए उन्हें 10 मिनट का वक्त दिया जाए। लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। गुलाब सिंह लाहौर के अपने घर में 1947 से रह रहे थे।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस मामले का एक वीडियो भी जारी किया है. इस वीडियो में गुलाब सिंह कह रहे हैं, ‘मैं गुलाब सिंह पाकिस्तान का पहला सिख ट्रैफिक वॉर्डन हूं। मेरे साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है जैसा चोरों-डाकुओं के साथ किया जाता है। मुझे मेरे घर से घसीटकर बाहर निकाला गया और मेरे घर में ताले लगा दिए गए।’
WATCH: #Pakistan’s first #Sikh police officer Gulab Singh was forcibly evicted from his house in Lahore's Dera Chahal, says, 'my faith was disrespected, If they wanted me to evict the house then they could have simply sent me a notice' pic.twitter.com/OWH7Rmjn5z
— ANI (@ANI) July 10, 2018
गुलाब सिंह ने कहा है कि ‘तारिक वजीर एडिशनल सेक्रटरी और तारा सिंह जो पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी का भूतपूर्व प्रधान है, दोनों ने लोगों को खुश करने के लिए यह काम किया है। अदालत में मेरे खिलाफ केस भी चल रहे हैं. इस पूरे गांव में सिर्फ मुझे ही निशाना बनाया जा रहा है और मेरा घर खाली करवाया गया है। आप देख सकते हैं मेरे सिर पर पगड़ी भी नहीं है। वे मेरी पगड़ी भी छीनकर ले गए और उन्होंने मेरे बाल भी खींचे हैं। ‘
#WATCH: Pakistan’s first Sikh police officer Gulab Singh was forcibly evicted from his house in Lahore's Dera Chahal, says 'my turban was forced open & hair was untied. This is how Sikhs are treated in Pakistan.' pic.twitter.com/dIxqxb8K8M
— ANI (@ANI) July 10, 2018