मंदसौर, कठुआ, बागपत में दुष्कर्म कांड और बच्चियों पर हो रहे ज़ुल्म से आहत बागपत के एक पूर्व फौजी दंपत्ति ने फैसला किया है कि बेटी न पैदा हो इसलिए वह औलाद ही पैदा नहीं करेगा. दंपत्ति का मानना है कि अगर वो संतान पैदा करेगा तो कहीं उसे बेटी पैदा ना हो जाये और बेटी पैदा ना हो इसलिए उसने कोई भी संतान पैदा करने ना करने का फैसला लिया है.
ये दम्पति बागपत का रहने वाला है. सुभाष कश्यप रिटायर्ड फौजी हैं और उनकी पत्नी रूबी उनके इस फैसले के साथ हैं. ये दोनों हाल ही में हुई मंदसौर में मासूम के साथ दरिन्दगी, कठुआ में हुआ रेप कांड और बागपत में मासूम की रेप के बाद हत्या, जैसी घटनाओं से आहत हैं. उनके मन पर ऐसी ठेस पहुंची है कि उन्होंने बेटी पैदा ना करने का फैसला लिया है. इसके अलावा इस दंपत्ति ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपील की है कि इसके लिए सरकार कठोर कानून बनाये क्योंकि देश मे बेटियां असुरक्षा के माहौल में जी रही हैं. उन्होंने कहा है अगर सरकार बेटियों को नहीं बचा सकती तो अपना मिशन बेटी पढ़ाओ ओर बेटी बचाओ को बदलकर बेटिया छिपाओ कर दे.
उधर इन दोनों के फैसले ने सबको हैरान कर दिया है. संतान नहीं पैदा करने का फैसले से लोग हैरान हैं. इस दंपत्ति का कहना है कि सरकार इसके लिए जिम्मेदार है. देश में बेटियां आए दिन दरिन्दगी का शिकार हो रही हैं. मासूम बच्चियों के साथ दरिन्दगी हो रही है इसलिए सरकार को कड़ा कदम उठाना पड़ेगा. जब तक सरकार कठोर कानून नहीं बनाएगी तक तक वो भी संतान पैदा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि संतान पैदा की तो उन्हें बेटी भी पैदा हो सकती है. इसलिए उन्होंने कोई भी संतान पैदा न करने का फैसला लिया है.