मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में होगी बड़ी कार्रवाई, जेलर समेत 4 जेल कर्मियों पर गिरेगी गाज

 

बागपत जेल में 9 जुलाई को माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. जेल परिसर में हत्या के बाद हड़कंप मच गया था. यूपी सरकार ने आनन-फानन में इस मामले की जांच डीआईजी आगरा जेल संजीव त्रिपाठी को सौंपी दी थी. डीआईजी आगरा जेल की जांच रिपोर्ट पूरी हो चुकी है. जिससे वह जल्द सरकार को सौंप देंगे. बताया जा रहा है कि जांच के दौरान जेलर समेत चार जेलकर्मियों पर जल्द गाज गिर सकती है. वहीं जेल के अंदर सांठगांठ और पिस्टल पहुंचाने के आरोपों पर जांच भी पूरी हो चुकी हैं. यूपी सरकार जेलर समेत सभी चार जेलकर्मियों पर जल्द बड़ी कार्रवाई कर सकती हैं. मुन्ना बजरंगी की हत्या के दुसरे दिन सुनील राठी की निशानदेही पर एक पिस्टल जेल के गटर से बरामद की गई थी.

इस मामले में जेलर उदय प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव, हेड वार्डन अरजिन्दर सिंह, वार्डन माधव कुमार को निलंबित कर दिया गया था. उधर घटना के फौरन बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दिए थे. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जेल में हुई हत्या बहुत गंभीर मामला है. मामले की गहराई से जांच होगी. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.’

कुख्यात गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोपी सुनील राठी बागपत की जेल से फतेहगढ़ के सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. पुलिस उप महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने मीडिया को बताया कि, ‘इस संबंध में शासनादेश मिल गया है और उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है.’

क्या था पूरा मामला
बता दें कि माफिया मुन्ना बजरंगी की सोमवार को यूपी के बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सोमवार को ही उसकी पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में पेशी होनी थी. उसे रविवार को झांसी से बागपत लाया गया था. पेशी से पहले ही जेल में उसे गोली मार दी गई. 7 लाख का इनामी बदमाश रह चुका सुपारी किलर मुन्ना बजरंगी की हत्या में सुनील राठी को आरोपी बनाया गया.

बता दें मुन्ना बजरंगी पर 40 हत्याओं, लूट, रंगदारी की घटनाओं में शामिल होने का केस दर्ज है. मुन्ना बजरंगी पूरे यूपी की पुलिस और एसटीएफ के लिए सिरदर्द बना हुआ था. वह लखनऊ, कानपुर और मुंबई में क्राइम करता था. सरकारी ठेकेदारों से रंगदारी और हफ्ता वसूलने का भी आरोप था.