यात्री की तबीयत खराब होने पर फ्लाइट की लाहौर में इमरजेंसी लैंडिंग, भारतीय होने के कारण पाक ने किया इलाज से इंकार

इंस्ताबुल से दिल्ली आने वाली फ्लाइट की रविवार रात को लाहौर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. फ्लाइट में मौजूद एक भारतीय यात्री की तबीयत अचानक खराब हो गई थी. उसे इलाज के लिए फ्लाइट क्रू ने ये कदम उठाया. लेकिन, लाहौर एयरपोर्ट अथॉर्टी ने भारतीय यात्री को इलाज मुहैया कराने से इनकार कर दिया. करीब 40 मिनट के प्रयास के बाद प्लेन के पायलट ने बताया कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण पकिस्तान इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने भारतीय यात्री हॉस्पिटलाइज करने की अनुमति नहीं दी.

 

यह सब प्लेन में मौजूद एक शख्स के फेसबुक पोस्ट से सामने आया है. बताया जा रहा है कि पीड़ित इस वक्त गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट है. जालंधर के रहने वाले पंकज मेहता ने प्रधानमंत्री नरेंद मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को संबोधित करते हुए पूरी घटना के बारे में बताया है. प्लेन में बीमार हुअा विपिन एक बीमा कंपनी में सेल्स मैनेजर है. कंपनी ने 10 अगस्त को अपने 70-80 लोगों को 3 दिन के टूर पर तुर्की भेजा था. इनमें विपिन (33) व जालंधर के पंकज मेहता भी शामिल थे.

 

तुर्की एयरलाइन्स की फ्लाइट में बिगड़ी पैसेंजर की तबीयत:

पकंज ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि 12 अगस्त रात करीब 8:30 बजे वे तुर्की एयरलाइन्स की फ्लाइट टीके 716 से इस्तांबुल एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुए. रात करीब एक बजे उसने उल्टी की शिकायत की आैर बेहोश होकर गिर गया. उन्होंने क्रू से मदद मांगी.  प्लेन में मौजूद एक भारतीय डाॅक्टर ने उसे संभालने की कोशिश की. इमरजेंसी देखते हुए पायलट ने 1:30 बजे प्लेन लाहौर एयरपोर्ट पर लैंड करवाया. लैंडिंग होते ही वहां पाकिस्तानी डॉक्टर आ पहुंचे. विपिन की हालत देख उन्होंने उसे हॉस्पिटलाइज करने की सलाह दी. पायलट ने पाकिस्तान के संबंधित अफसरों से बात की, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. लगभग 40 मिनट बाद पायलट ने घोषणा की कि भारत से तल्ख रिश्तों के कारण पाक सरकार और इमीग्रेशन विभाग ने मरीज को उपचार देने से इनकार कर दिया. इस कारण करीब 3 घंटे मरीज पाकिस्तान की जमीन पर तड़पता रहा.

 

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करेंआप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )