पिछले 9 हफ्ते से दिल्ली की एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम 05 बजकर 05 मिनट पर अंतिम सांस ली। भारतीय राजनीति के इस शिखर पुरुष को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और वेंकैया नायडू ने श्रद्धाजंलि दी। राष्ट्रपति कोविंद के ट्विटर अकाउंट से जारी संदेश में लिखा गया, ‘पूर्व प्रधानमंत्री व भारतीय राजनीति की महान विभूति श्री अटल बिहारी वाजपेयी के देहावसान से मुझे बहुत दुख हुआ है। विलक्षण नेतृत्व, दूरदर्शिता तथा अद्भुत भाषण उन्हें एक विशाल व्यक्तित्व प्रदान करते थे। उनका विराट व स्नेहिल व्यक्तित्व हमारी स्मृतियों में बसा रहेगा’
पूर्व प्रधानमंत्री व भारतीय राजनीति की महान विभूति श्री अटल बिहारी वाजपेयी के
देहावसान से मुझे बहुत दुख हुआ है। विलक्षण नेतृत्व, दूरदर्शिता तथा अद्भुत भाषण उन्हें
एक विशाल व्यक्तित्व प्रदान करते थे।उनका विराट व स्नेहिल व्यक्तित्व हमारी स्मृतियों में बसा रहेगा—राष्ट्रपति कोविन्द— President of India (@rashtrapatibhvn) August 16, 2018
वहीं देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि देते हुए भावुक संदेश ट्वीट किया। नायडू ने लिखा, ‘भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व, वक्तृत्व, कृतत्व, मित्रृत्व के गुण उनके नेतृत्व में समाहित थे जो लंबे समय तक याद किए जाएंगे।’
‘Bharat Ratna’ Shri Atal Bihari Vajpayee’s qualities of Vyakthithva (personality), Vaktruthva (oratory), Karthruthva (devotion to duty) , Mithruthva (friendliness) all combined in Nethruthva (leadership) will be remembered for a long time to come. #AtalBihariVajpayee pic.twitter.com/sNhIgckpIM
— Vice President of India (@VPSecretariat) August 16, 2018
इसके पहले किए एक अन्य ट्वीट में वेंकैया नायडू ने लिखा, ‘वह असली आजादशत्रु थे, जो समाज के सभी वर्गों के साथ रहे. वह पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जो एक स्थिर सरकार दे सके। उन्होंने सिद्धांतों की राजनीति की और राजनीति में मूल्यों को स्थापित किया। ‘
He was a real ‘Ajatha shatruvu’ (One who has no enemies) who got along with people from all sections. He was the first non-congress PM, an able leader and provided a stable government. He practiced politics of principles and infused values into politics. #AtalBihariVajpayee
— Vice President of India (@VPSecretariat) August 16, 2018
आपको बता दें कि बुधवार (15 अगस्त) की रात को ही पूर्व पीएम की तबियत ज्यादा बिगड़ने की खबर मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अन्य केंद्रीय मंत्री और नेता उनका हालचाल जानने के लिए एम्स पहुंचे थे। उनके अलावा एम्स के बाहर वाजपेयी के समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा। गुर्दा नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण की शिकायत के बाद अटल बिहारी वाजपेयी को बीते 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था, 93 वर्षीय वाजपेयी ने शाम 05.05 मिनट पर अंतिम सांस ली।















































