बीती शाम कानपुर जिले में हुए बवाल से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर से सवाल उठने लगे है. दरअसल, बीती शाम दो पक्षों में बाजार बंद कराने के लेकर बहस शुरू हुई. जिसके बात इतनी बिगड़ गई कि पुलिस फोर्स को बुलाना पड़ा. उतना ही नहीं लोगों ने पुलिस फोर्स के ऊपर भी जमकर पत्थर बरसाए. इस हमले में कुल 11 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 35 लोगों को अब तक अरेस्ट किया. वहीं बवाल में 1000 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है. कानपुर बवाल में हिंसा भड़काने का आरोप पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर लग रहा है.
पथराव के साथ हुई बमबारी
जानकारी के मुताबिक, पैगंबर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन किया गया. इस दौरान सड़कों पर उतरी हजारों लोगों की भीड़ ने पथराव और बमबाजी कर दी. खबरो की मानें तो बवाल इसलिए भी बढ़ गया क्योंकि जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों में हुई तकरीरों में कहा गया कि मोहम्मद साहब पर की गई भद्दी टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे. उपद्रवियों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया. इस पथराव में 35 लोगों के जख्मी होने की खबर है. पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण किया और मौके पर 12 कंपनी PAC को रवाना किया गया है. वहीं उन्होंने माहौल बिगाड़ने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात भी कही.
पुलिसकर्मी भी हुए घायल
जब पुलिसकर्मी हालात कंट्रोल करने पहुंचे तो उपद्रवियों ने उन्ही के ऊपर पत्थर बरसाना शुरू कर दिए. खबरों की माने तो इस पथराव में 11 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. घायलों में किसी का सिर फटा तो किसी की टांग टूटी. मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने तत्काल घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं कई आम लोग भी हमले में घायल हुए हैं.
कानपुर पुलिस पर अटैक !
घायल पुलिसकर्मी#kanpur pic.twitter.com/kNo7jtkNkP— Rishabh Dixit (@RDixit336) June 3, 2022
फोटोग्राफ और वीडियो के जरिए हो रही उपद्रवियों की पहचान
ADG प्रशांत कुमार ने कहा कि, उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. हमने अब तक 35 लोगों को गिरफ़्तार किया है. उपद्रवियों के साथ षड्यंत्रकारियों के ख़िलाफ़ गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी तथा उनकी संपत्तियों को जब्त या ध्वस्त किया जाएग. वहीं कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय मीणा ने बताया कि कुछ अराजक तत्वों ने एक जूलुस निकालने का प्रयास किया और उस दौरान भीड़ इकट्ठी हो गई. यहां पर करीब 10 पुलिसकर्मी पहले से तैनात थे.
हमने वीडियो और फोटोग्राफ से लोगों को चिन्हित किया है और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. हिंसा के बाद पुलिस घटना के मास्टरमांइड बताए जा रहे एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी की तलाश में जुट गई है.
Also Read : कानपुर हिंसा पर एक्शन में योगी सरकार, 35 गिरफ्तार, 1000 को बनाया आरोपी, दंगाइयों की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर