बीस रुपये का सिक्का या फिर नोट? इस सवाल पर लंबी बहस के बाद, आखिरकार तय हो गया कि अब 20 रूपए के नोट की जगह 20 रूपए का सिक्का जारी किया जाएगा. और साथ ही इसके भारत सरकार एक रुपये से लेकर दस रुपये तक के सभी सिक्कों का कलेवर भी बदल देगी. इन सिक्कों के प्रोटोटाइप यानी डिजाइन तैयार हो गए हैं, जिन्हें फाइनल करने के लिए आज दिल्ली में बैठक होने जा रही है. आज के इस बैठक में ई डिजाइन वाले सिक्कों के साथ बीस रुपये के नए सिक्के की भी भारतीय सिक्का अधिनियम 2011 के तहत वैधानिकता के संबंध में अहम निर्णय होंगे. ख़बरों के मुताबिक बाजार में आने वाला 20 रूपए का नया सिक्का अष्टकोणीय आकार का हो सकता है.
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दृष्टिबाधित दिव्यांग सिक्का पहचानने में होगी आसानी
ख़बरों के मुताबिक, सरकार नए सिक्के दृष्टिबाधित दिव्यांग को ध्यान में रखकर डिजाइन करवा रही है. इन नए सिक्कों को इस प्रकार ढाले जाएंगे कि दृष्टिबाधित दिव्यांग इन्हें आसानी से पहचान सकें. इस विषय में भारत सरकार के आर्थिक कार्य विभाग के अनुसचिव ने पत्र जारी कर सिक्कों की डिजाइन फाइनल करने से संबंधित लोगों की बैठक बुलाई है. गौरतलब है कि, इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक बीस रुपये के नोट जारी करने की तैयारी कर रही थी, जो अंतिम चरण में थी. अधिकारीयों के अनुसार कागज की खपत को देखते हुए सिक्के जारी करने का निर्णय लिया गया हैं.
2019 तक पहुंच जाएगा 26 हजार करोड़ रुपये के सिक्के
गौरतलब है कि, इसे पहले भी भारतीय प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड (सिक्युरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड-एसपीएमसीआइएल) ने र्ष 2011 में सिक्कों की डिजाइन में बदलाव किया था. और बदलाव के बाद इसे ‘भारतीय सिक्कों की नई श्रृंखला 2011’ कहा गया था. इस बदलाव में 50 पैसे से लेकर दस रुपये तक, सभी सिक्कों में रुपये का चिह्न् शामिल किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय बाजार इस समय सिक्कों के बोझ तले दबा हुआ है. अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मार्च 2018 तक भारतीय बाजार में कुल 25,600 करोड़ रुपये के सिक्के प्रचलित थे, जिनके मार्च 2019 तक बढ़कर 26 हजार करोड़ रुपये होने का अनुमान है.
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नए सिक्के देंगे सामाजिकता का संदेश
भारत सरकार से जुड़ी शेप एंड साइज संस्था सिक्कों की डिजाइन के बारे में विशेषज्ञों से सुझाव लेती है. फिर डिजाइन को फाइनल किया जाता है। इन कमेटियों में मुद्रा, कला, विज्ञान, संस्कृति और समाज से जुड़े विशेषज्ञ शामिल होते हैं। इसके अलावा नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन (एनआइडी) से भी सुझाव लिए जाते हैं. माना जा रहा है, नए सिक्कों की डिजाइन में एनआइडी अहमदाबाद ने अहम सुझाव दिए हैं. नए कलेवर के सिक्के सामाजिकता का संदेश भी देंगे. इन सिक्कों में भारत सरकार द्वारा चलाए गए सामाजिक सरोकार के अभियानों को शामिल किया है.
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