भारत-नेपाल (India-Nepal) सीमा एक बार फिर खतरे में है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तान (Pakistan) और चीन (China) मिलकर नेपाल को भारत में घुसपैठ का नया रास्ता बना रहे हैं। नेपाल सीमा से सटे इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों की बढ़ती खबरों के बीच सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
नेपाल की धरती पर बन रहा है आतंक का नया ठिकाना?
पाकिस्तान एक बार फिर भारत में अस्थिरता फैलाने की साजिश में जुटा है। लेकिन इस बार नेपाल को रूट बनाकर। रेपोर्ट्स के अनुसार, नेपाल के रास्ते लगभग 35 से अधिक पाकिस्तानी और बांग्लादेशी संदिग्धों की भारत में अवैध घुसपैठ की योजना है। यह आशंका जताई जा रही है कि इनका मकसद किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम देना हो सकता है।
गौतम बुद्ध एयरपोर्ट पर भी उठ रहे सवाल
नेपाल का लुंबिनी स्थित गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे चीन ने बनवाया है, अब भारत के लिए नई चिंता का विषय बन गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस एयरपोर्ट के ज़रिए सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन उड़ाने की अनुमति दी जा रही है, वो भी भारत से पूछे बिना। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या ये ड्रोन महज़ कैमरे हैं, या फिर जासूसी और आतंक का नया जरिया? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस एयरपोर्ट पर लैंड करने से इनकार कर दिया था, जो इस पर भारत की सतर्कता को दर्शाता है।
बहराइच सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बलों को सघन तलाशी अभियान के निर्देश दिए गए हैं। सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 42वीं वाहिनी के कमांडेंट गंगा सिंह उदावत ने बताया कि नेपाल से सटे जंगलों में कांबिंग ऑपरेशन चल रहा है। नेपाल से भारत में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की गहन जांच की जा रही है। रेपोर्ट्स के अनुसार, करीब 10 बांग्लादेशी और 27 पाकिस्तानी संदिग्ध नेपाल के रास्ते भारत में घुसने की फिराक में हैं। इन्हें रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है और गश्त को दोगुना कर दिया गया है।




















































