उत्तर प्रदेश में पुलिस के जवान लोगों की मदद को फ्रंट लाइन पर ही तैनात हैं। यही वजह है कि उनपर संक्रमण का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। पर, अब पुलिस के जवानों को इलाज के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ रहा है। इस बात का खुलासा खुद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने किया है। हालांकि उन्होंने इस समय राज्य में 4,256 पुलिसकर्मियों के कोरोना पॉजीटिव होने की पुष्टि की है
एडीजी ने बताया ये
जानकारी के मुताबिक, आज हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश भर में अब तक 2,365 बेड का इंतजाम पुलिस ने अपने संसाधनों द्वारा पुलिस लाइनों में किया है। इनमें 260 बेड ऑक्सीजन सुविधायुक्त हैं। इन अस्पतालों में कुल 1891 पॉजिटिव पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है और 854 डिस्चार्ज हो चुके हैं।
इसके साथ ही भर्ती पुलिसकर्मियों में 15 ऐसे रहे हैं जो बीमारी बढ़ने पर बड़े अस्पतालों में रेफर किए गए हैं। GRP के एक कोविड केयर सेंटर में भर्ती पुलिसकर्मी की मौत भी हुई है। हालांकि इस समय प्रदेश में 4,256 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव हैं। अब तक कुल 15,409 पुलिसकर्मी ठीक होकर घर जा चुके हैं।
आज प्रदेश में सामने आए इतने मामले
इसके साथ ही बता दें कि मंगलवार को प्रदेश में कोरोना के 20 हजार 463 नए मामले सामने आए। वहीं 306 मरीजों की मौत हो गई। इससे पहले 14 अप्रैल को एक दिन में 20,439 मरीज मिले थे। प्रदेश में फिलहाल, कोरोना के कुल मामले 15 लाख 45 हजार 212 पहुंच गए हैं जबकि राज्य में 306 और मौतें होने से कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 16 हजार 43 हो गई है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )