उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) जिले से कारोबारी व्यक्ति और उसकी पत्नी द्वारा किये गए फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. बता दें जिले के कारोबारी जितेंद्र मौर्या और उनकी पत्नी पुतुल ने गलत सूचना एवं दस्तावेज के सहारे 6 फेक पैन कार्ड बनवाए और फिर अलग-अलग बैंकों से 1.33 करोड़ रुपये के लोन ले लिया. यह आरोप लगाते हुए जिले के एक बिल्डर युवराज पाठक ने पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, आरबीआई गवर्नर और प्रधान आयकर आयुक्त के साथ ही एसएसपी को शिकायती पत्र भेजा है. एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने पूरे मामले की रिपोर्ट पुलिस उपाधीक्षक अपराध प्रवीण सिंह से तलब की है.
बिल्डर के द्वारा दिए शिकायती पत्र के मुताबिक लक्ष्मी फर्नीचर के प्रोपराइटर जितेंद्र मौर्या और शुभ ट्रेडर्स की प्रोपराइटर पुतुल मौर्या ने 3-3 फेक पैन कार्ड बनवाए हैं. पैन कार्डों की फोटोकॉपी के साथ भेजी गई जानकारी में उन बैंकों के नाम भी हैं, जहां से ऋण लिए गए. युवराज के मुताबिक पैन कार्ड बनवाने और बैंकों से ऋण लेने में फर्जी दस्तावेज लगाए गए हैं. इसकी जांच विजिलेंस कर रही है. अब आयकर विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है. मामले में आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने का पत्र भी एसएसपी को दिया गया है.
आरोप है कि पैन कार्ड बनवाने के दौरान अपने नाम और पिता के नाम की स्पेलिंग में खेल किया गया. जन्मतिथि भी अलग-अलग दर्शाई गई है. जितेंद्र ने पहला पैन कार्ड (CHAPM4311D) जितेंद्र मौर्या पुत्र जज किशोर के नाम से बनवाया, जिसमें जन्मतिथि 3 मई 1981 है. दूसरा पैन कार्ड (AKWPM6689B) जितेंद्र कुमार मौर्या पुत्र जयकिशोर मौर्या के नाम से बना है, इसमें जन्मतिथि 16 जनवरी 1980 है. तीसरा पैन कार्ड (BOCPK0547K) जितेंद्र कुमार पुत्र जय किशोर नाम से बनवाया, जिसमें जन्मतिथि 1 जुलाई 1988 है.

आपको बता दें पत्नी पुतुल के पैन कार्ड बनाने में भी गलत स्पेलिंग का सहारा लिया गया. उनका पहला पैन कार्ड (CLHPP0194C) पुतुल पुत्री श्री जतन सिंह के नाम से बना, जिसमें जन्मतिथि 17 अगस्त 1991 दिखाई गई है. दूसरा पैन कार्ड (BOOPD9535E) पुतुल पुत्री राम जतन के नाम से बना है. इसमें पुतुल की जन्मतिथि 1 जनवरी 1990 लिखी है. तीसरा पैन कार्ड (DJRPM5567H) पुतुल पुत्री यतन सिंह के नाम से बनवाया है. इस पैन कार्ड में पुतुल की जन्मतिथि 16 जुलाई 1985 है.

बिल्डर द्वारा एसएसपी को जो पत्र दिया गया है, उसके मुताबिक गलत दस्तावेज के सहारे जितेंद्र मौर्या और उनकी पत्नी ने अलग-अलग बैंकों से 1.33 करोड़ रुपये ऋण लिया है. पंजाब नेशनल बैंक की विकास भवन शाखा से लक्ष्मी फर्नीचर के जितेंद्र मौर्या ने 40 लाख रुपये (सीसी लिमिट) का ऋण लिया. इसी तरह पंजाब नेशनल बैंक की स्टेशन रोड देवरिया शाखा से 28 लाख रुपये का हाउसिंग लोन कराया है. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कृष्णानगर ब्रांच गोरखपुर से शुभ ट्रेडर्स (एमएसएमई लोन) की पुतुल मौर्या ने 40 लाख रुपये का ऋण लिया. बैंक ऑफ महाराष्ट्र की गोलघर शाखा से लक्ष्मी फर्नीचर के जितेंद्र मौर्या ने 25 लाख रुपये का बिजनेस लोन लिया है.
आरोपी कारोबारी जितेंद्र मौर्या ने शिकायत की है, उन पर जानलेवा हमले का आरोप लग चुका है. गलत काम का विरोध में ऐसा किया गया. शिकायत दर्ज कराई तो मामले को दूसरी तरफ मोड़ा जा रहा है. पैन कार्ड बनवाने में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है. जब मौका आएगा, उसका जवाब दिया जाएगा. इन आरोपों एवं शिकायतों में कोई दम नहीं है. हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं.
वहीं, गोरखपुर के प्रधान आयकर आयुक्त नित्यानंद ठाकुर ने कहा कि गलत सूचना के सहारे ज्यादा पैन कार्ड बनवाना अपराध एवं धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है. आयकर कानून के तहत ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई के प्रावधान हैं. शिकायत मिली तो जांच कराके कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
एसएसपी गोरखपुर डॉ. सुनील गुप्ता का कहना है कि गलत तरीके से पैन कार्ड बनवाने की शिकायत मिली है. इसपर रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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